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इंडिया न्यूज।
Take Care of Guava Tree in These Ways : घर पर कई ऐसे फल के पौधे आसानी से लगाए जा सकते हैं। उनमें एक है अमरूद का पौधा, जिसे गमले में भी लगाया जा सकता है। अमरूद का पौधा आसानी से भले लग जाता हो, लेकिन अन्य पेड़-पौधों की तरह उसकी देखभाल ना की जाए तो जल्द ही मुरझा जाता है।
कई बार अमरूद के पेड़ में फूल आते हैं, लेकिन फल लगने से पहले ही झड़ जाते हैं। इस तरह की कई समस्याएं अमरूद के पेड़ में अक्सर देखने को मिलती है। ऐसे में अमरूद के पेड़ की उचित देखभाल की जाए तो फल की पैदावार अच्छी होती हैं।
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कई बार अमरूद के पेड़ में फूल तो आते हैं, लेकिन फल लगने से पहले झड़ जाते हैं। इसके पीछे कई वजह हो सकती है। सही देखरेख या फिर धूप नहीं दिखाने की वजह से भी इस तरह की समस्या अक्सर देखने को मिलती है। इसलिए इसका ख्याल जरूर रखें। अमरूद के पेड़ को अंदर नहीं बल्कि खुली जगह में रखें। अगर फूल झड़ रहे हैं तो राख का इस्तेमाल करें। यह खाद की तरह काम करेगा और फूल को झड़ने से रोकेगा।
अमरूद का पौधा लगा रही हैं तो पहले उसे बढ़ने दें। थोड़ा बड़ा हो जाने के बाद उसे एक बड़े से गमले में शिफ्ट करें। गमले में पहले फ्रेश मिट्टी की लेयर बना लें और फिर ऑर्गेनिक खाद का इस्तेमाल करें। इसके बाद ऊपर वाले हिस्से को मिट्टी से भर दें। इसके बाद अमरूद के पेड़ को सही तरीके से लगा लें।
ऑर्गेनिक खाद के तौर पर सड़ा हुआ गोबर, बची हुई चायपत्ती, अंडे के छिलके जैसी चीजों का इस्तेमाल करें। ध्यान रखें कि कैमिकल युक्त खाद का इस्तेमाल ना करें, इससे पेड़ नष्ट होने का डर रहता है।
अमरूद के पेड़ में ज्यादा सिंचाई करने की जरूरत नहीं पड़ती। हफ्ते में दो या तीन बार अच्छी तरह अमरूद के पेड़ के आसपास पानी डालें। अगर अमरूद का पौधा गमले में है तो पानी सीमित मात्रा में ही डालें। गमले को पानी से भरे नहीं बल्कि हल्का छिड़काव करें।
दो या तीन दिन पर अमरूद के पेड़ आसपास की मिट्टी की गहरी खुदाई जरूर करें। ध्यान रखें कि अमरूद के पेड़ की मिट्टी में नमी जरूर होनी चाहिए।
अगर अमरूद का पेड़ गमले में लगाया है तो उसे रोजाना कम से कम 6 से 7 घंटे धूप जरूर दिखाएं। वहीं गार्डन एरिया में अमरूद का पेड़ सही जगह पर लगाएं, ताकि धूप आसानी से पेड़ तक पहुंच पाए। अमरूद के पेड़ को छाव में लगाने की गलती ना करें, क्योंकि इससे पेड़ की ग्रोथ धीमी हो जाती है। अमरूद के पेड़ को हेल्दी रखने के लिए बराबर धूप दिखाना बहुत जरूरी है।
अमरूद के पेड़ पर ज्यादातर चीटियों का आतंक देखने को मिलता है। ये फल आने पर उन्हें खाना शुरू कर देते हैं। यही नहीं ये अमरूद के पेड़ से चिपक जाते हैं और उन्हें अंदर से कमजोर करने लगते हैं। ऐसी स्थिति आपको चूना लेना और उसे पानी में मिक्स कर लिक्विड तैयार कर लें।
पेड़ की साइज को देखते हुए मिश्रण तैयार करें और उसे एक स्प्रे बॉटल में भर लें। अब इसे पेड़ के जड़ों के आसपास और पत्तों पर इसका छिड़काव करें। कोशिश करें कि हफ्ते में दो बार इसका छिड़काव जरूर करें।
Take Care of Guava Tree in These Ways
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