India News (इंडिया न्यूज),Van Tulsi Benefits: आयुर्वेद में वन तुलसी का कई तरह से इस्तेमाल किया गया है। इसका सेवन करने से कई तरह की समस्याओं से राहत मिलती है। वन तुलसी वात पित्त के विकारों को दूर करती है और अन्य समस्याओं से राहत दिलाती है। वन तुलसी जिसे बरबरी तुलसी के नाम से भी जाना जाता है, एक औषधीय पौधा है जिसमें कई आयुर्वेदिक गुण होते हैं। यह सर्दी, खांसी, पाचन संबंधी समस्याओं और त्वचा रोगों के लिए फायदेमंद है। इसके साथ ही इसका इस्तेमाल करने से कई तरह की समस्याओं से राहत मिलती है।
वन तुलसी जिसे जंगली तुलसी के नाम से भी जाना जाता है, हमारे घरों में पाई जाने वाली तुलसी से आकार में बड़ी होती है। सर्दियों में इसके पत्तों के रस का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके पत्तों के रस की 5 मिली मात्रा को शहद या अदरक के रस में मिलाकर सेवन किया जा सकता है
Van Tulsi Benefits: एक नहीं सौ रोगों की दवाई है वन तुलसी!
वन तुलसी में एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं। यह गैस, कब्ज, अपच और पेट में ऐंठन जैसी समस्याओं में राहत पहुंचाता है। वन तुलसी सर्दी-खांसी में लाभकारी है और श्वसन संक्रमण जैसी बीमारियों के इलाज में कारगर साबित होती है। इसके साथ ही इसमें एंटीसेप्टिक और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो त्वचा को नमी प्रदान करते हैं और संक्रमण से बचाते हैं।
वन तुलसी के पत्तों को धोकर सेवन किया जा सकता है। इसके साथ ही इसके पत्तों का काढ़ा बनाकर भी सेवन किया जा सकता है। वन तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल चाय में भी किया जा सकता है। इसके अलावा वन तुलसी के जूस को शहद या अदरक के जूस में मिलाकर सेवन किया जा सकता है, लेकिन वन तुलसी का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टरी सलाह जरूर लें।
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