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Benefits Of Tamarind इमली के हैरान कर देने वाले खाने फायदे

BY: Neelima Sargodha • LAST UPDATED : January 1, 2022, 1:01 pm IST
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Benefits Of Tamarind इमली के हैरान कर देने वाले खाने फायदे

Benefits Of Tamarind

Benefits Of Tamarind : इमली खट्टा और मीठा स्वाद किसी भी व्यंजन को जायकेदार बना सकता है। इसका उपयोग लोग चटनी के रूप में, पानी-पूरी का पानी बनाने में और खाने में खटास लाने के लिए करते हैं। इमली में विटामिन सी बड़ी मात्रा में पाया जाता है। इम्यूनिटी बढ़ाने वाली शक्तियों के लिए विटामिन सी का इस्तेमाल किया जाता है।

साथ ही, इमली में कैल्शियम और मैग्नीशियम भी मौजूद होता है, जो हमारी हड्डियों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरूरी माना जाता है। इसके अलावा इमली विटामिन ए और आयरन से भी भरपूर होती है। वैसे इमली की बात की जाए तो ये वजन कम करने में भी काफी मदद करती है। दरअसल, इमली में भारी मात्रा में फाइबर होता है। तो आईए जानते है कि इसे खाने के क्या-क्या फायदे है।

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वजन घटाने में मददगार Benefits Of Tamarind

वजन घटाने में इमली के उपयोग की बात करें, तो इसके बीज का इस्तेमाल लाभकारी हो सकता है। इमली के बीज में ट्रिप्सिन इन्हिबिटर गुण पाया जाता है। इमली के बीज में पाया जाने वाला यह खास गुण मेटाबॉलिक सिंड्रोम को दूर करने की क्षमता रखता है। साथ ही यह भूख को कम कर सकता है, जिससे वजन कम करने में मदद मिल सकती है। इमली के बीज के अलावा, इमली के गूदे का अर्क मोटापा कम करने में मददगार माना जाता है। इमली के गूदे के जलीय अर्क में एंटी-ओबेसिटी गुण पाया जाता है।

पाचन प्रक्रिया में Benefits Of Tamarind

इमली में कुछ ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो पाचन में सहायता करने वाले डाइजेस्टिव जूस को प्रेरित करने का काम कर सकते हैं। इस कारण पाचन क्रिया पहले से बेहतर तरीके से काम कर सकती है। इमली के औषधीय गुण पाचन संबंधी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में मददगार साबित हो सकते हैं।

हृदय के लिए Benefits Of Tamarind

ह्रदय के लिए भी इमली खाने के फायदे उठाए जा सकते हैं। कोरोनरी हार्ट डिजीज यानी ह्रदय संबंधी बीमारियों के लिए फ्री रेडिकल्स को भी जिम्मेदार माना जाता है। इमली में शक्तिशाली एंटीआक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो फ्री रेडिकल्स के हानिकारक प्रभाव से ह्रदय की सुरक्षा कर सकते हैं।

इमली के अर्क का सेवन आर्टरी वाल्स में फैट और प्लाक जमने की क्रिया में बाधा डाल सकता है, जिससे एथेरोस्क्लेरोसिस से जुड़े हृदय रोग का जोखिम कम हो सकता है। इमली के हाइपोकोलेस्टेरोलेमिक प्रभाव का जिक्र मिलता है यानी यह कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकती है। कोलेस्ट्रॉल को हृदय रोगों का एक जोखिम कारक माना जाता है। इसलिए, इमली के फायदे ह्रदय रोगों से बचाव कर सकते हैं।

Benefits Of Tamarind

Benefits Of Tamarind

डायबिटीज में Benefits Of Tamarind

इमली के बीज के अर्क में उच्च स्तर पर पॉलीफेनोल और फ्लेवोनोइड पाए जाते हैं। इमली के बीज के अर्क में एंटी-डायबिटिक गुण पाए जाते हैं, जिससे ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। इसलिए, इमली के फायदे डायबिटीज में उठाए जा सकते हैं।

तंत्रिका तंत्र के लिए Benefits Of Tamarind

इमली के औषधीय गुण तंत्रिका तंत्र में सुधार कर दिल की धड़कन को नियंत्रित करने का काम कर सकते हैं। इमली में कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। दरअसल कैल्शियम, तंत्रिका तंत्र की कार्यप्रणाली में सुधार करने में कुछ हद तक मददगार हो सकता है। इमली का उपयोग करने से बिगड़ी तंत्रिका क्रिया में कुछ हद तक सुधार करने में सहायता मिल सकती है।

प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए इमली Benefits Of Tamarind

इमली में कुछ मात्रा में विटामिन-सी पाया जाता है, जो प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में एक प्रभावी और उपयोगी पोषक तत्व माना जाता है। इसलिए, इमली के फायदे प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में उठाए जा सकते हैं। साथ ही इमली के बीज में पॉलीसैकेराइड तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर में प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं। पॉलीसैकेराइड में इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गतिविधियां पाई जाती हैं, जो शरीर को रोगों से लड़ने की क्षमता दे सकती हैं।

गठिया में Benefits Of Tamarind

इमली के औषधीय गुण गठिया के लक्षण कम करने में भी फायदेमंद हो सकते हैं। इमली में कुछ ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जिनमें एंटी-आर्थराइटिस और एंटी इंफ्लेमेटरी प्रभाव पाए जाते हैं। इस कारण ऐसा कहा जा सकता है कि इमली के बीज का उपयोग गठिया रोग से छुटकारा दिलाने में कारगर साबित हो सकता है।

 पीलिया और लिवर स्वास्थ्य Benefits Of Tamarind

इमली में हेप्टोप्रोटेक्टिव यानी लीवर को सुरक्षा देने वाला प्रभाव पाया जाता है, इसलिए इमली को लिवर के लिए एक कारगर खाद्य पदार्थ माना जा सकता है। इमली की पत्तियों में हेप्टोप्रोटेक्टिव गुण मौजूद होते हैं, जो हानिकारक तत्वों से लिवर की सुरक्षा कर सकते हैं। इसकी पत्तियों से बने काढ़े को पीलिया और हेपेटाइटिस के लिए उपयोगी माना गया है। इमली के औषधीय गुण के चलते, यह एक आयुर्वेदिक नुस्खा हो सकता है।

Benefits Of Tamarind

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सूजन से बचाव में Benefits Of Tamarind

पुरानी सूजन कई रोगों का कारण बन सकती है, जिससे बचने के लिए इमली का उपयोग पारंपरिक चिकित्सा के रूप में किया जा सकता है। इमली के गूदे, पत्तियों, बीजों, तने की छाल और जड़ों के अर्क में सूजन कम करने वाले और दर्द निवारक गुण पाए जाते हैं। इमली में मौजूद अल्कालोइड्स, फ्लेवोनोइड्स, टैनिन, फिनोल, सैपोनिन और स्टेरॉयड जैसे यौगिक एंटी इन्फ्लामेट्री प्रभाव का कारण हो सकते हैं। इन्हीं गुणों के चलते इमली का प्रयोग गठिया के लक्षण और शरीर में होने वाले दर्द को कम करने में मदद कर सकता है।

मलेरिया और माइक्रोबियल रोगों से बचाव Benefits Of Tamarind

मलेरिया से बचाव में भी इमली खाने के फायदे उठाए जा सकते हैं। इमली के एंटीमलेरियल प्रभाव के बारे में बताया गया है। इस प्रभाव को प्लाज्मोडियम फाल्सीपेरम नामक पैरासाइट के खिलाफ कारगर पाया गया है, जो मलेरिया का कारण बनता है। हालांकि, इस प्रभाव को प्राप्त करने के लिए इमली के साथ कुछ अन्य तत्वों का जिक्र भी मिलता है, जिसमें क्लोरोफॉर्म सक्सेसिव एक्सट्रैक्ट ज्यादा उपयोगी पाया गया है।

उच्च रक्तचाप के लिए Benefits Of Tamarind

ब्लड प्रेशर सही रखने के लिए कोलेस्ट्राल प्रोफाइल का सही होना मायने रख सकता है। इमली में ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो कोलेस्ट्रोल की मात्रा को नियंत्रित करने का काम कर सकते हैं। कोलेस्ट्रोल की अधिकता हाई बीपी के जोखिमों को बढ़ा सकती है। इमली के उपयोग हाई बीपी में मददगार साबित हो सकते है। इमली का सेवन डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर को कम करने में मददगार हो सकता है। 20 ग्राम इमली का प्रतिदिन सेवन करने पर ब्लड प्रेशर, मोटापा, कमर की माप और सीरम लिपिड और ब्लड ग्लूकोज में कुछ खास फर्क नहीं पाया गया।

पेट दर्द और कब्ज से राहत Benefits Of Tamarind

इमली का सेवन लैक्सेटिव प्रभाव दिखा सकता है, जिससे कब्ज से राहत मिल सकती है। साथ ही यह पेट दर्द से राहत देने में भी कारगर हो सकती है। विशेष तौर पर थाई इमली के गूदे का अर्क कब्ज की समस्या से राहत दे सकता है। इमली की यह प्रजाति दुनिया भर में अपने लैक्सेटिव गुणों के लिए मशहूर है। इसका सेवन करने से मल त्याग में आसानी हो सकती है। इस गुण के चलते इमली खाने के फायदे कब्ज और पेट दर्द में राहत दिला सकते हैं।

त्वचा को एक्सफोलिएट करने में Benefits Of Tamarind

इमली खाने के फायदे में त्वचा से डेड स्किन निकालना और उसे निखारना भी शामिल है। इमली के गूदे के अर्क में अल्फा हाइड्रॉक्सिल एसिड पाया जाता हैं, जो डेड स्किन सेल्स को त्वचा से बाहर निकाल सकता है, जिससे त्वचा एक्सफोलिएट होकर निखरी हुई नजर आ सकती है।

इमली के गूदे के अर्क में टार्टरिक एसिड, लैक्टिक एसिड, साइट्रिक एसिड, मैलिक एसिड, पेक्टिन और इनवर्टेड शुगर होता है, जो मॉइस्चराइजिंग प्रभाव दिखाकर त्वचा का स्वास्थ्य बरकरार रख सकते हैं। इसके साथ ही यह त्वचा पर निखार भी ला सकता है। यही कारण है जिसकी वजह से इमली का प्रयोग कॉस्मेटिक उत्पादों में किया जाता है। संवेदनशील त्वचा पर यह एलर्जी का कारण भी बन सकती है।

सनबर्न से बचाव में मददगार Benefits Of Tamarind

इमली के सूरज मे बेहद फायदेमंद होती है। इमली में जाइलोग्लुकन पाया जाता है, जिसका इस्तेमाल सनस्क्रीन लोशन बनाने में किया जा सकता है। इमली में मौजूद जाइलोग्लुकन, त्वचा की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में कारगर हो सकता है।

एंटी-बैक्टीरियल Benefits Of Tamarind

Benefits Of Tamarind

Benefits Of Tamarind

इमली के फायदे आंतों में गड़बड़ी, भोजन जनित रोग और यौन संक्रमण का कारण बनने वाले बैक्टीरिया के खिलाफ काम कर सकते हैं। इमली की छाल और गूदे से प्राप्त अर्क,बेसिलस सबटिलिस और स्यूडोमोनस एरुगिनोसा जैसे रोग कारक जीवाणुओं के विकास में बाधा डाल सकता है। इस प्रकार, इन जीवाणुओं की अधिकता के कारण होने वाली बीमारियों से बचाव में इमली का उपयोग मददगार हो सकता है।

नेचुरल एंटी-एजिंग गुण Benefits Of Tamarind

तेज धूप न केवल त्वचा को झुलसा सकती है बल्कि सूरज से निकलने वाली अल्ट्रा वायलेट किरणें त्वचा को समय से पहले बूढ़ा भी बना सकती हैं, जिसे फोटोएजिंग कहा जाता है। यह अल्ट्रा वायलेट रेडियेशन उन फ्री रेडिकल्स को बढ़ावा देता है, जो डीएनए, प्रोटीन, और फैटी एसिड को नुकसान पहुंचाकर त्वचा का स्वास्थ्य बिगाड़ सकते हैं। इमली के बीज के छिलके के अर्क में कई ऐसे प्राकृतिक पोषक तत्व होते हैं, जो फ्री रेडिकल्स से लड़ने और त्वचा कोशिकाओं को आक्सीडेटिव तनाव से बचा सकते हैं।

Benefits Of Tamarind

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