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India News HP(इंडिया न्यूज़),Himachal News: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आपदा प्रभावित समेज और बागी पुल क्षेत्रों के लिए विशेष राहत पैकेज की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा में जिन परिवारों ने अपना पूरा घर खो दिया है, उन्हें पहले दी जाने वाली डेढ़ लाख रुपये की राशि के बजाय सात लाख रुपये दिए जाएंगे।
आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त मकानों को एक लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। अन्य आपदा प्रभावित क्षेत्रों में लापता लोगों के परिवारों को भी राज्य सरकार की ओर से मृत्यु प्रमाण पत्र और आर्थिक मदद दी जाएगी।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले साल 23 हजार प्रभावित परिवारों का पुनर्वास किया। केंद्र सरकार की मदद के बिना 4 हजार 500 करोड़ रुपये का विशेष आर्थिक पैकेज दिया गया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रामपुर में चार दिवसीय अंतरराष्ट्रीय लवी मेले के समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए विशेष राहत की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड (एसजेवीएन) राज्य की ऊर्जा नीति का पालन करने में विफल रहता है, तो हिमाचल प्रदेश सरकार 210 मेगावाट लूहरी चरण-1, 382 मेगावाट सुन्नी और 66 मेगावाट धौलासिद्ध जलविद्युत परियोजनाओं को अपने अधीन ले लेगी। इसके लिए एसजेवीएन को 15 जनवरी, 2025 तक का समय दिया गया है।
बता दें कि 1 अगस्त 2024 को देर रात भारी बारिश ने तबाही मचा दी थी। हिमाचल प्रदेश के तीन अलग-अलग इलाकों से बादल फटने की घटनाएं सामने आई थीं। इनमें मंडी जिले के टिक्कन, कुल्लू जिले के बागीपुल और शिमला जिले के समेज में बादल फटने की घटनाएं शामिल हैं। इससे 50 से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं।
कुल्लू, मंडी और रामपुर में बादल फटने की तीन घटनाओं में 47 लोग लापता हो गए। इनमें से कई लोग अभी भी लापता हैं। लापता लोगों को खोजने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, होमगार्ड, आईटीबीपी, सेना और सीआईएसएफ के साथ वन विभाग के 385 जवान लगे हुए हैं।
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