Hindi News / Himachal Pradesh / Strings Of Case Are Connected To The Much Talked About Scholarship Scam 181 Crores In Himachal

हिमाचल के 181 करोड़ के बहुचर्चित स्कॉलरशिप घोटाले से जुड़े हैं मामले के तार…

India News (इंडिया न्यूज),  Himachal News: ईडी के सहायक निदेशक विशाल दीप सिंह के रिश्वत मामले के तार हिमाचल के बहुचर्चित स्कॉलरशिप घोटाले से जुड़े हुए हैं। शैक्षणिक संस्थानों के मालिकों ने ईडी के सहायक निदेशक विशाल दीप सिंह पर 25 करोड़ की रिश्वत मांगने के आरोप लगाए है। दरअसल 276 संस्थानों में से 29 […]

BY: Deepika Tiwari • UPDATED :
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India News (इंडिया न्यूज),  Himachal News: ईडी के सहायक निदेशक विशाल दीप सिंह के रिश्वत मामले के तार हिमाचल के बहुचर्चित स्कॉलरशिप घोटाले से जुड़े हुए हैं। शैक्षणिक संस्थानों के मालिकों ने ईडी के सहायक निदेशक विशाल दीप सिंह पर 25 करोड़ की रिश्वत मांगने के आरोप लगाए है।

दरअसल 276 संस्थानों में से 29 शैक्षणिक संस्थानो पर एसी एसटी और ओबीसी स्कॉलरशिप हड़पने की जांच चल रही है। अक्टूबर माह तक सब ठीक था लेकिन जैसे ही हर शैक्षणिक संस्थान से एक-एक करोड़ की मांग की गई थी। विशाल दीप सिंह ईडी कासहायक निदेशक बना नवंबर माह से शैक्षणिक संस्थानों के मालिकों को ईडी ऑफिस बुलाकर तंग करना शुरू कर दिया और गिरफ्तारी का डर दिखाकर रिश्वत मांगना शुरू कर दिया। जिससे तंग होकर मजबूरन सीबीआई को शिकायत करनी पड़ी और सीबीआई ने जाल बिछाकर संस्थानों द्वारा दी गई रिश्वत को आरोपी के ठिकानों से 55 लाख के रूप में रिकवर किया। हालांकि आरोपी विशाल दीप अभी भी फरार चल रहा है।

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ये बात स्कॉलरशिप घोटाले में फंसे शैक्षणिक संस्थानों के मालिकों ने शिमला में वाकायदा पत्रकार वार्ता में कही है। मालिकों का कहना है कि उन्हें ईडी दफ्तर बुलाकर दिन भर बिठाया जाता था और सबसे पैसे इक्कठे कर 25 करोड़ की रिश्वत मांगी जाती थी। जिससे तंग होकर आत्महत्या तक की नौबत आ गई थी। अंत में सीबीआई को शिकायत करनी पड़ी। जब भी विशाल दीप सिंह दफ्तर बुलाता था मेशा पैसों की डिमांड करता और पैसे न देने पर जेल भेजने की धमकी देता था। मामले में ईडी के दो अन्य अधिकारियों नीरज गर्ग और सुनील कुमार पर भी आरोप लगाए गए हैं। संस्थान मालिक का कहना है कि 19 दिसंबर को उन्हें ईडी कार्यालय बुलाया गया था, जहां पर दो अधिकारियों ने रिश्वत की रकम तय हो गई और बाद में उच्चाधिकारी के पास भेज दिया, जिसने अलग से रिश्वत की मांग की।

शैक्षणिक संस्थान के चेयरमैन ने इसकी शिकायत सीबीआई चंडीगढ़ को की थी। उनके बाद जीरकपुर व पंचकूला में तय की गई रिश्वत की रकम के साथ बुलाया गया था, जहां सीबीआई ने पहले से ही जाल बुन रखा था। इसके अलावा सीबीआई ने शिमला कार्यालय में भी रेड की। आराेपी रिश्वत की रकम लेने के लिए दो अलग-अलग वाहनों में आए थे, जिन्होंने पहले जीरकपुर और बाद में पंचकूला से रिश्वत की रकम ली और फरार हो गए। ईडी अधिकारी का भाई विकास दीप सिंह इसमें शामिल था। इससे रिश्वत के 55 लाख भी बरामद हुए। जबकि मुख्य आरोपी ईडी का सहायक निदेशक विशाल दीप सिंह फरार चल रहा है। हालांकि, अब विभाग ने उसे सस्पेंड कर दिया है।

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