कानपुर के मदौली गांव में 13 फरवरी को प्रशासन द्वारा चलाए गाए अतिक्रमण अभियान के दौरान घर में आग लगने से मां-बेटी की मौत हो गई। पीड़ित परिवार ने प्रशासन पर घर में आग लगाने की बात कही है। ये घटना कानपुर देहात स्थित मड़ौली गांव में घटना हुई है। जिसमें घटना के बाद रूरा थाने में 11 लोगों के खिलाफ हुए एफआईआर में हत्या और हत्या के प्रयास करने का मामला दर्ज हुआ है।
वहीं पीड़ित पर परिवार का आरोप है कि झोपड़ियों को हटाने आए प्रशासन ने झोपड़ी में आग लगा दी। उस वक्त पुलिस वहीं पर खड़ी थी, लेकिन उन्होंने हमें घर से बाहर नहीं निकलने दिया था. जबकि पीड़ित परिवार ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मांग की है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मुलाकात के अलावा दोषियों पर सख्त एक्शन की मांग रखा है।
कानपुर देहात के रूरा थाना क्षेत्र में अवैध कब्जे को हटाने के लिए प्रशासन और पुलिस की टीम पहुंची जहां पर कब्जेधारक और प्रशासन पुलिस के साथ झड़प हो गई थी। जिसके चलते कब्जे की जमीन पर बनी झोपड़ी में रह रहे कृष्ण गोपाल दीक्षित की पत्नी और बेटी की झोपड़ी में आग लगने के कारण जलकर मृत्यु हो गई। आरोप है कि कब्जे को ध्वस्त करने के चलते प्रशासनिक अधिकारियों ने परिवार को झोपड़ी में जबरन कैद कर आग लगा दी जिसकी वजह से झोपड़ी में फंसी मां बेटी की आग की चपेट में झुलसकर मृत्यु हो गई।
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