संबंधित खबरें
जंगल में मिला 52 किलो सोना और 10 करोड़ रुपए, आखिर किसने छुपाई करोड़ों की संपत्ति, जब पुलिस को पता चला तो फटी रह गई आंखें
अपने पापों का प्रायश्चित करेंगे एकनाथ शिंदे? अचानक उठाया ऐसा कदम, महाराष्ट्र की राजनीति में आ गया भूचाल, भाजपाइयों के उड़ गए होश
मयूरभंज में पुलिस की बड़ी कार्रवाई, कोल्ड ड्रिंक की बोतलों में छुपाई 171 लीटर देसी शराब जब्त
महाराष्ट्र में हो गया विभागों का बंटवारा, फडणवीस ने रखा गृह विभाग तो अजित पवार को मिला वित्त, मुंह ताकते रह गए शिंदे!
4 लड़कों के साथ रहती थी 1 लड़की, दुनिया से छुपकर करती थी ये काम, पता चला तो फटी रह गईं पुलिस की आंखें
पंजाब के मोहाली में ढह गई 3 मंजिला इमारत, 4 लोगों के दबे होने की आशंका, राहत और बचाव कार्य जारी
India News (इंडिया न्यूज), Akhilesh Yadav on SEBI: हिंडनबर्ग रिसर्च ने शनिवार (10 अगस्त) को अपने ताजा रिपोर्ट में सेबी की चेयरपर्सन और अडानी समूह के बीच मिलीभगत के आरोप लगाए है। वहीं इस रिपोर्ट के आने के बाद से ही केंद्र सरकार और पीएम मोदी पर विपक्ष हमलावर है। अब उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया सामने आई है। पर लगाए गए आरोपों पर राजनीति गरमा गई है। सपा सांसद अखिलेश यादव ने सेबी की जांच की मांग की है।
अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा कि SEBI की ऐतिहासिक जाँच होनी चाहिए, क्योंकि सेबी का इतिहास ही ऐसा रहा है।उन्होंने लिखा कि वो कभी सही मायनों में निवेशकों का सरंक्षक व सहारा नहीं बना। भारत के बाज़ार में निवेश के प्रति सुरक्षा की भावना जगाने के लिए SEBI की प्रतिष्ठा की पुनर्स्थापना केवल एक निष्पक्ष जाँच ही कर सकती है। SEBI प्रकरण की गहन-जाँच भारत की अर्थव्यवस्था की अपरिहार्यता है।
SEBI की ऐतिहासिक जाँच होनी चाहिए क्योंकि सेबी का इतिहास ही ऐसा रहा है कि वो कभी सही मायनों में निवेशकों का सरंक्षक व सहारा नहीं बना।
भारत के बाज़ार में निवेश के प्रति सुरक्षा की भावना जगाने के लिए SEBI की प्रतिष्ठा की पुनर्स्थापना केवल एक निष्पक्ष जाँच ही कर सकती है।
SEBI…
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 11, 2024
दरअसल,शॉर्ट-सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की हालिया रिपोर्ट ने एक बार फिर भारत में खलबली मचा दी है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के प्रमुख पर कई आरोप लगाए गए हैं। हिंडनबर्ग ने शनिवार को आरोप लगाया कि सेबी की चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच की ऑफशोर कंपनियों में हिस्सेदारी है। जो अडानी समूह की वित्तीय अनियमितताओं से जुड़ी हैं। वहीं इस रिपोर्ट के आने के बाद सेबी की चेयरपर्सन और उनके पति धवल बुच ने बयान जारी कर इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया, जबकि अडानी समूह ने इन आरोपों को झूठा करार दिया है।
Puja Khedkar ने सरकार को लिखा पत्र, कहा- मीडिया ट्रायल के वजह से मेरी छवि एक अहंकारी अधिकारी की बनी
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.