India News (इंडिया न्यूज), अजय त्रिवेदी, लखनऊ: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अगले साल जनवरी में होने वाले महाकुंभ से पहले गंगा एक्सप्रेस वे सार्वजनिक यातायात के लिए खोल दिया जाएगा। मेरठ से प्रयागराज तक बन रहा यह 594 किलोमीटर का प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेस वे होगा जो 12 जिलों से होकर गुजरेगा। गंगा एक्सप्रेस वे बन जाने के बाद मेरठ से प्रयागराज की दूरी 8 घंटे में तय की जा सकेगी। अभी इसे तय करने में 11-12 घंटे का समय लगता है।
गंगा एक्सप्रेस वे 36000 करोड़ रुपये की लागत से अदाणी समूह और मुंबई की आरईबी इंफ्रा बना रहे हैं। इस एक्सप्रेस वे की नोडल एजेंसी यूपी इंडस्ट्रियल एंड एक्सप्रेस वेज अथारिटी (यूपीडा) के अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली सहित पूर्वांचल व प्रदेश के अन्य हिस्सों से आने वाले लोगों की सुविधा के लिए इसे प्रदेश के अन्य एक्सप्रेस वे से जोड़ा जाएगा। गंगा एक्सप्रेस वे को राजधानी लखनऊ से भी जोड़ा जाएगा। इसे उन्नाव के पास लखनऊ – कानपुर एक्सप्रेस वे से जोड़ा जाएगा।
ganga expressway
इसके बाद गंगा एक्सप्रेस वे बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज के साथ ही लखनऊ से भी जुड़ जाएगा। इस एक्सप्रेस वे पर 16 फ्लाईओवर और 8 रेल ओवरब्रिज बनाए जा रहे हैं। शाहजहांपुर के पास गंगा एक्सप्रेस वे पर 3.5 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी का निर्माण किया जा रहा है जहां लड़ाकू विमान उतर सकेंगे। इसे दिल्ली से आ रहे यमुना एक्सप्रेस-वे के साथ ही पूर्वांचल और आगरा – लखनऊ एक्सप्रेस वे से भी जोड़ा जाएगा।
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इस एक्सप्रेस वे के किनारे 150 हेक्टेयर क्षेत्रफल में औद्योगिक गलियारा भी बनाया जा रहा है जहां उद्योगों के साथ ही लाजिस्टिक हब व वेयरहाउस बनेंगे। औद्योगिक गलियारा मेरठ, हापुड़, बरेली, मुरादाबाद, हरदोई, लखनऊ, कानपुर और प्रयागराज में बनेगा। एक्सप्रेस वे से प्रदेश के मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़, और प्रयागराज जिले जुड़ेंगे।