India News (इंडिया न्यूज़),Break-Up Punishment: पूरे देशभर में सोमवार (1 जुलाई) से तीन नए आपराधिक कानून लागू हो गए हैं। भारतीय न्याय संहिता (BNS) 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) 2023 और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (BASA) 2023 सोमवार से देशभर में लागू हो गए। बता दें ये इन तीनों कानूनों ने क्रमशः ब्रिटिशकालीन कानूनों, भारतीय दंड संहिता (IPC), दंड प्रक्रिया संहिता (CRPC) और ‘भारतीय साक्ष्य अधिनियम’ की जगह ली है। नए आपराधिक कानून के लागू होने से कई बदलाव भी हुए हैं।
इन नए कानूनों में शादी का वादा करके शारीरिक संबंध बनाने के मामलों को अपराध की श्रेणी में रखा गया है। हालांकि, ऐसे मामलों को बलात्कार के दायरे से बाहर रखा गया है।
Break-Up Punishment
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नए कानून के मुताबिक, अगर कोई शादी का वादा करके किसी महिला से संबंध बनाता है और वादा पूरा करने का इरादा नहीं रखता है, तो यह बलात्कार नहीं होगा, बल्कि अपराध होगा। ऐसे मामलों में 10 साल तक की कैद की सजा हो सकती है और जुर्माना भी लगाया जा सकता है।
नए आपराधिक कानून भारतीय न्याय संहिता की धारा 69 के अनुसार, अगर कोई व्यक्ति किसी महिला से शादी करता है, उसे नौकरी पर रखता है या धोखा देता है और उसके साथ यौन संबंध बनाता है, तो यह अपराध होगा। इसके अलावा अगर कोई व्यक्ति अपनी पहचान छिपाकर शादी करता है, तो उसे भी दस साल तक की कैद की सजा होगी। पहले शादी का झूठा वादा करके यौन संबंध बनाने, नौकरी या पदोन्नति का झूठा वादा करने और अपनी पहचान छिपाकर शादी करने जैसी बातों के लिए आईपीसी में कोई स्पष्ट प्रावधान नहीं था। हालांकि, अब ऐसे मामलों के लिए प्रावधान किया गया है।