India News (इंडिया न्यूज़), Chardham Yatra: इन दिनों चारधाम की यात्रा जारी है। पहाड़ी इलाकों में स्थित चारों धामों में पिछले वर्षों की तुलना में रिकॉर्ड तोड़ श्रद्धालु आ रहे हैं। भीड़ के कारण व्यवस्था में दिक्कत आ रही है, वहीं यह बात सामने आई है कि चारधाम यात्रा के दौरान अब तक 52 लोगों की मौत हो चुकी है।
आपको बता दें कि चारधाम यात्रा के लिए एक हफ्ते से इंतजार कर रहे लोगों को यात्रा पर भेजा जा रहा है। फिलहाल चारों धामों में यात्रा सुचारु रूप से चल रही है। यात्रा व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। लेकिन श्रद्धालुओं के उमड़ने से व्यवस्था संभालना थोड़ा मुश्किल हो रहा है।
केदारनाथ पहुंचने का अलग संघर्ष चल रहा। इस संघर्ष में शामिल होने से हो सके तो बचिए। pic.twitter.com/Kbcr4hiK7E
— Rajesh Sahu (@askrajeshsahu) May 25, 2024
आयुक्त गढ़वाल ने बताया कि 10 मई, 2024 को श्री केदारनाथ, गंगोत्री एवं यमुनोत्री तथा 12 मई को श्री बद्रीनाथ के कपाट श्रद्धालुओं हेतु खोले गये। तब से लेकर 23 मई 2024 तक कुल 09 लाख 67 हजार 302 श्रद्धालु चारों धामों के दर्शन कर चुके हैं। यमुनोत्री धाम में 01 लाख 79 हजार 932 श्रद्धालु, गंगोत्री धाम में 01 लाख 66 हजार 191, श्री केदारनाथ में 04 लाख 24 हजार 242 तथा बदरीनाथ धाम में 01 लाख 96 हजार 937 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। इस साल पहले पखवाड़े में पिछले साल की तुलना में करीब दोगुनी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आये हैं. गढ़वाल आयुक्त ने कहा कि चारधाम यात्रा में भीड़ प्रबंधन के लिए आवश्यक होने पर ही एनडीआरएफ और आईटीबीपी की मदद ली जाएगी।
गढ़वाल आयुक्त ने कहा कि चारधाम यात्रा के शुरुआती दिनों में श्रद्धालुओं की संख्या तेजी से बढ़ी और ट्रैफिक जाम की समस्या भी पैदा हुई. कुछ मामले ऐसे भी पाए गए जिनमें तीर्थयात्रियों ने दर्शन के लिए पंजीकरण तो बाद में कराया लेकिन यात्रा पहले शुरू कर दी। फर्जी पंजीकरण की भी कुछ शिकायतें प्राप्त हुईं, इस संबंध में विभिन्न टूर ऑपरेटरों के खिलाफ ऋषिकेश में 03, हरिद्वार में 01 और रुद्रप्रयाग में 09 एफआईआर दर्ज की गईं। बेहद सख्त निर्देश दिए गए हैं कि बिना रजिस्ट्रेशन और रजिस्ट्रेशन की तय तारीख से पहले किसी भी हालत में यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी.
कमिश्नर गढ़वाल ने बताया कि अब तक चारधाम यात्रा पर आए 52 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है. जिसमें अधिकतर लोग 60 वर्ष से अधिक उम्र के हैं। ज्यादातर मौतें दिल का दौरा पड़ने से हुईं. गंगोत्री में 03, यमुनोत्री में 12, बद्रीनाथ में 14 और केदारनाथ में 23 श्रद्धालुओं की मौत हुई है। श्रद्धालुओं की नियमित स्क्रीनिंग की जा रही है। डॉक्टरों द्वारा इलाज और देखभाल के बाद कई श्रद्धालुओं को यात्रा न करने की सलाह दी जा रही है. इसके बाद भी यदि कोई श्रद्धालु यात्रा पर जा रहा है तो उससे लिखित में फॉर्म भरवाने की कार्रवाई की जा रही है। गढ़वाल आयुक्त ने कहा कि उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था में तीर्थाटन एवं पर्यटन का महत्वपूर्ण योगदान है। चारधाम यात्रा राज्य की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
गढ़वाल कमिश्नर ने बताया कि श्री केदारनाथ जाते समय एक हेलीकॉप्टर के हाइड्रोलिक सिस्टम में तकनीकी दिक्कत आ गई थी, पायलट की सूझबूझ से हेलीकॉप्टर की सॉफ्ट लैंडिंग कराई गई. इसमें तमिलनाडु के 06 यात्री थे, सभी सुरक्षित हैं। इस पूरे मामले पर युकाडा अग्रिम कार्रवाई कर रहा है. युकाडा ने इस पूरी घटना की जानकारी डीजीसीए को दे दी है।
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