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India News (इंडिया न्यूज), Delhi Air Quality: राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता लगातार बिगड़ती जा रही है। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी और एसएएफएआर द्वारा जारी किए गए आंकड़ो के मुताबिक AQI लगातार दूसरे दिन भी “बहुत खराब” श्रेणी में रही। बीते शाम (सोमवार) को AQI 303 तक चला गया। वहीं धीरपुर में एक्यूआई 327 पर यानी “गंभीर” श्रेणी में रहा। बता दें कि 0 और 50 के बीच एक्यूआई को “अच्छा”, 51 से 100 के बीच “संतोषजनक”, 101 से 200 के बीच “मध्यम”, 201 से 300 के बीच “खराब”, 301 से 400 के बीच “बहुत खराब” और वहीं 401 और 500 के बीच “गंभीर” माना जाता है।
बता दें पूसा का एक्यूआई 242, लोधी रोड का 273, आईआईटी-दिल्ली स्टेशन पर 306 वहीं मथुरा रोड 173 तक रिकार्ड किया गया। वहीं एसएएफएआर ने अनुमान जताया है कि मंगलवार की सुबह शहर की वायु गुणवत्ता और खराब से “बहुत खराब” श्रेणी में आ सकती है। जिसमें पीएम 2.5 313 तक पहुंचने की संभावना है। दिल्ली की बिगड़ती हालत को देखते हुए दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को एक बैठक आयोजित किया।
जिससे डीपीसीसी अध्यक्ष, मुख्य सचिव और परिवहन आयुक्त नदारद रहें। जिसे लेकर पर्यावरण मंत्री ने नाराजगी जताई है। साथ ही इन अधिकारियों की शिकायत सीएम अरविंद केजरीवाल को पत्र के माध्यम से दिया है। पर्यावरण मंत्री ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) द्वारा अनिवार्य ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) 2 नियमों पर चर्चा को लेकर बैठक बुलाई थी। जिसमें तीन अधिकारी अनुपस्थित रहें।
राय ने बढ़ते प्रदूषण को लेकर कहा कि दिल्ली में 13 प्रदूषण हॉटस्पॉट हैं। “जिसमें सोमवार को पटपड़गंज, सोनिया विहार, शादीपुर, मंदिर मार्ग, मोतीबाग सहित आठ अन्य बिंदुओं पर स्थानीय कारणों से एक्यूआई स्तर 300 से ऊपर देखा गया। प्रदूषण के स्थानीय स्रोतों की पहचान और निरीक्षण के लिए यहां विशेष टीमें तैनात की जाएंगी। उन्होंने बताया कि दिल्ली में ठंड बढ़ने लगी है और हवा की गति कम हो गई है। इससे प्रदूषण बढ़ सकता है… कण जमीन के पास रह रहे हैं। दिल्ली में जीआरएपी यानी ग्रैप का दूसरा चरण लागू हो गया है।”
“मौसम हमारे हाथ में नहीं है, लेकिन स्रोतों को नियंत्रित करने की जरूरत है…जीआरएपी मुख्य रूप से सफाई और पानी छिड़काव आदि के बारे में है। लोगों से निजी वाहनों का उपयोग कम करने के लिए कहा जाएगा। साथ हीं बसों और ट्रेनों की आवृत्ति बढ़ाई जाएगी।”
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