India News (इंडिया न्यूज़), Delhi Services Bill, दिल्ली: लोकसभा में दिल्ली सेवा बिल पास हो गया है। अब बिल राज्यसभा में जाएगा। सोमवार को यह बिल राज्यसभा में पेश किया जाएगा। जब से केंद्र सरकार दिल्ली सेवा से जुड़ा अध्यादेश लेकर आई थी तब से केजरीवाल अलग-अलग दलों का घुम-घुम कर समर्थन मांग रहे थे। केजरीवाल भी पता है की बिल लोकसभा में तो पास हो जाएगा मगर राज्यसभा में विपक्ष चुनौती दे सकता है। इसलिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अलग-अलग दलों से राज्यसभा में बिल का विरोध करने के समर्थन मांग रहे थे।
लोकसभा में बिल पर बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि विपक्ष को सिर्फ अपने गठबंधन की चिंता है। दिल्ली एक केंद्र शासित प्रदेश है, संसद को अधिकार है की वह दिल्ली के लिए कभी भी कानून बना सकती है। वही बिल पास होने पर सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के लोगों की पीठ में छुरा घोंपा गया।
Arvind Kejriwal
दिल्ली सेवा बिल अब राज्यसभा में पेश किया जाएगा। अगर आंकड़े की बात करें तो बीजेपी के पास सदन के ठीक-ठीक नंबर है जरूरत पड़ने पर उस बहुमत मिलता रहता है। राज्यसभा में कुल सीट है 245 फिलहाल सासंद है 238। BSP का राज्यसभा में 1 सांसद है। पार्टी ने बायकॉट करेगी। तब सांसद होगे 237। बहुमत के लिए 119 सांसदों की जरूरत पड़ेगी। बीजेपी के राज्यसभा में 92 सांसद हैं। इनमें 5 मनोनीत सांसद हैं, एनडीए के कुल 103 सासंद है।
बीजेपी को 2 निर्दलीय सांसदों का भी समर्थन है। इसके अलावा दिल्ली सेवा बिल पर YSR, BJD और TDP ने केंद्र का समर्थन करने का ऐलान किया। बीजेडी और वाईएसआर कांग्रेस के राज्यसभा में 9-9 सांसद हैं। जबकि टीडीपी का एक सांसद है। कुल मिलाकर सरकार को 124 सांसदों का समर्थन मिल सकता है। ऐसे में बीजेपी को आसानी से बहुमत मिल जाएगा। विपक्षी दलों के गठबंधन ‘INDIA’ के पास 109 सांसद हैं।
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