India News (इंडिया न्यूज), Garba Dance: यूनेस्को में गुजरात के गरबा को मान्यता मिलने के बाद जापान की राजधानी टोक्यो में भारतीय दूतावास ने विवेकानंद सांस्कृतिक केंद्र में गरबा डांस के साथ जश्न मनाया। यूनेस्को ने गुजरात के पारंपरिक गरबा नृत्य (डांस) को ‘रिप्रेजेंटेटिव लिस्ट ऑफ द इनटैनजीबल कल्चरल हेरिटेज ऑफ ह्यूमैनिटी’ में शामिल करने की मंजूरी दिया है। बता दें कि, नवरात्रि के दौरान पूरे गुजरात राज्य में और देश के कई हिस्सों में आयोजित होने वाले गरबा को सूची में शामिल करने को लेकर भारत ने नामांकित किया था।
बता दें कि, गुजरात का पारंपरिक गरबा नृत्य (डांस) गुरुवार को न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर में किया गया है। यूनेस्को ने इसे ‘मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की प्रतिनिधि सूची’ में शामिल करने की मंजूरी दिया है। भारतीय अमेरिकी समुदाय के लोगों ने इसमें अपना हिस्सा लिया। न्यूयॉर्क में भारत के कार्यवाहक महावाणिज्य दूत वरुण जेफ ने भी इस मौके पर कहा कि, यह सिर्फ गरबा का जश्न नहीं है, बल्कि यह भारत की विविध, जीवंत और प्रसिद्ध विरासत और संस्कृति और परंपराओं का भी जश्न है। यूनेस्को की वेबसाइट के मुताबिक, गरबा एक भक्तिपूर्ण नृत्य है जो कि नारी शक्ति की पूजा के लिए समर्पित है। इसके साथ ही वेबसाइट में आगे कहा गया कि, गरबा सामाजिक-आर्थिक, लैंगिक और धार्मिक बाधाओं को तोड़कर सामाजिक समानता को बढ़ावा देता है।
Garba Dance
Garba is a celebration of life, unity and our deep-rooted traditions. Its inscription on the Intangible Heritage List showcases to the world the beauty of Indian culture. This honour inspires us to preserve and promote our heritage for future generations. Congrats for this global… https://t.co/9kRkLZ1Igt
— Narendra Modi (@narendramodi) December 6, 2023
गरबा को यूनेस्को के द्वारा मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक की विरासत की प्रतिनिधि सूची में शामिल होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरबा को जीवन, एकता और गहरी परंपराओं का उत्सव कहा। पीएम मोदी ने अपने X पर एक पोस्ट में कहा कि, “अमूर्त विरासत सूची पर इसका शिलालेख दुनिया को भारतीय संस्कृति की सुंदरता को दिखाता है। यह सम्मान हमें भविष्य की पीढ़ियों के लिए हमारी विरासत को संरक्षित करने के साथ ही बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करता है। इसके साथ ही अंत में पीएम ने लिखा कि,”इस वैश्विक स्वीकृति के लिए बधाई।”
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