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India News (इंडिया न्यूज), Christianity In India: भारत में कई धर्म के लोग एक साथ रहते हैं। भारत में बड़ी संख्या में विभिन्न धर्मों के लोग रहते हैं। भारत में सबसे ज्यादा आबादी हिन्दुओं की है इसके बाद मुस्लिम आबादी है। ईसाई धर्म भारत का तीसरा सबसे बड़ा धर्म है। साल 2011 के जनगणना के आकड़ो के आधार पर भारत के मिजोरम में ईसाई आबादी सबसे ज्यादा रहती है। रिपोर्ट के अनुसार भारत में 3% आबादी ईसाई है, जो 2 करोड़ 70 हजार से ज्यादा है।
भारत में सबसे ज्यादा आबादी हिंदुओं की है जो 80% है, उसके बाद मुस्लिम आबादी है। मिजोरम भारत के उत्तर-पूर्व में स्थित एक राज्य है जहां सबसे ज्यादा लोग ईसाई धर्म को मानते हैं। मिजोरम की अधिकांश आबादी ईसाई है जो 87% है। मिजोरम में 98% से ज्यादा मिजो लोग ईसाई धर्म को मानते हैं। ईसाइयों की सबसे ज्यादा आबादी तीन राज्यों में रहती है। इन राज्यों में ईसाई आबादी 70% से ज्यादा है। भारत में ईसाई बहुल राज्य नागालैंड, मेघालय, मिजोरम हैं। इसके अलावा अरुणाचल प्रदेश में भी ईसाइयों की एक बड़ी आबादी रहती है।
ईसाई धर्म के संस्थापक ईसा मसीह के 12 शिष्य थे, जिन्होंने दुनिया में इस धर्म को फैलाने के लिए 11 अलग-अलग रास्तों पर चलना शुरू किया। ईसाई धर्म को फैलाने के लिए उनके 12वें शिष्य सेंट थॉमस 52 ईस्वी में समुद्री रास्ते से भारत के दक्षिणी तट पर पहुंचे। जिस समय वे भारत आए, उस समय यहां चोल वंश का शासन था। उनकी भारत यात्रा केरल के मालाबार तट से शुरू हुई। वे 20 साल तक केरल और तमिलनाडु में रहे। सेंट थॉमस ने भारत के पलायुर में एक चर्च की स्थापना की और इसे धार्मिक स्थल के रूप में प्रचारित किया। इस चर्च को सेंट थॉमस चर्च के नाम से जाना जाता है। इसे दुनिया के सबसे पुराने चर्च का दर्जा मिला। इसके बाद उन्होंने भारत में 6 और चर्च की नींव रखी। जो ईसाइयों के लिए एक प्रसिद्ध पूजा स्थल के रूप में जाना जाने लगा।
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