79वें स्वतंत्रता दिवस के इस पावन अवसर पर सांसद कार्तिकेय शर्मा ने देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि यह दिन उन महान क्रांतिकारियों और शहीदों को नमन करने का समय है जिन्होंने स्वतंत्रता के लिए अपना सर्वस्व अर्पण कर दिया। उनका यह ट्वीट देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत है और हमें यह याद दिलाता है कि आजादी केवल एक उपहार नहीं, बल्कि लाखों बलिदानों का परिणाम है। यह अवसर हम सभी के लिए कर्तव्य और जिम्मेदारी निभाने का आह्वान करता है, ताकि भारत सदैव स्वतंत्र, सुरक्षित और प्रगतिशील बना रहे।
आप सभी को 79वें स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
आज इस शुभ अवसर पर माँ भारती की स्वतंत्रता हेतु अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले महान क्रांतिकारियों, स्वतंत्रता सेनानियों और अमर शहीदों को कोटि-कोटि नमन।#IndependenceDay pic.twitter.com/zTTP6p9js9
— Kartikeya Sharma (@Kartiksharmamp) August 15, 2025
स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि
सांसद कार्तिकेय शर्मा के संदेश में उन सभी क्रांतिकारियों, स्वतंत्रता सेनानियों और अमर शहीदों को नमन किया गया है जिन्होंने अपने प्राण मातृभूमि के लिए न्यौछावर कर दिए। भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस जैसे वीरों का संघर्ष हमें यह सिखाता है कि देश के लिए त्याग ही सच्ची देशभक्ति है। उनकी गाथाएं केवल इतिहास नहीं, बल्कि वर्तमान और भविष्य के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। यह श्रद्धांजलि हमें यह संकल्प लेने का अवसर देती है कि हम भी अपने कर्म, विचार और कार्यों से राष्ट्र की सेवा करेंगे और स्वतंत्रता की रक्षा में सदैव तत्पर रहेंगे।
आजादी की जिम्मेदारी
स्वतंत्रता दिवस केवल उत्सव का दिन नहीं है, बल्कि यह हमें हमारे कर्तव्यों की याद भी दिलाता है। कार्तिकेय शर्मा के अनुसार, आज़ादी को बनाए रखना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना इसे पाना था। इसका अर्थ है राष्ट्र के कानूनों का पालन करना, एकता बनाए रखना और समाज में सकारात्मक योगदान देना। यह जिम्मेदारी हर नागरिक की है कि वह अपने कार्यों से देश को सशक्त और सुरक्षित बनाए। जब हम मिलकर देशहित में कार्य करते हैं, तब ही स्वतंत्रता का वास्तविक अर्थ सार्थक होता है और आने वाली पीढ़ियों के लिए यह धरोहर सुरक्षित रहती है।
राष्ट्र निर्माण का संकल्प
79वें स्वतंत्रता दिवस पर कार्तिकेय शर्मा का संदेश हमें राष्ट्र निर्माण की दिशा में कदम बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है। आज़ादी का असली उत्सव तभी है जब हम शिक्षा, स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण, और आर्थिक विकास जैसे क्षेत्रों में अपना योगदान दें। हर नागरिक का प्रयास भारत को एक समृद्ध, आत्मनिर्भर और विश्वगुरु बनाने में सहायक हो सकता है। इस अवसर पर हमें संकल्प लेना चाहिए कि हम न केवल अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहेंगे, बल्कि अपने कर्तव्यों का भी पूरी निष्ठा से पालन करेंगे। यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी उन शहीदों के लिए जिन्होंने यह आजादी हमें दिलाई।
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