India News(इंडिया न्यूज),Jaishankar: भारत और चीन के रिश्ते को लेकर कई सारी बातें सामने आती रहती है। वही्ं इस मामले में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को कहा कि, वास्तविक नियंत्रण रेखा (LC) पर शांति और सीमा प्रबंधन समझौते का बीजिंग द्वारा पालन भारत-चीन संबंधों में सुधार के लिए आवश्यक शर्तें हैं। जानकारी के लिए बता दें कि, जयशंकर ने एक थिंक टैंक में इंटरैक्टिव सत्र के दौरान कहा कि सरकार का ध्यान सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर है। उन्होंने चीन की चुनौतियों का प्रभावी ढंग से सामना करने के लिए भारत को प्रौद्योगिकी और आपूर्ति श्रृंखलाओं सहित गहरी राष्ट्रीय ताकत बनाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि अंततः भारत और चीन के बीच संबंधों में संतुलन बनाना होगा।
ये भी पढ़े:-Jammu Kashmir: बारिश बनी आफत, कठुआ में बाढ़ जैसे हालात; अलर्ट जारी
Jaishankar
इसके साथ ही जयशंकर ने आगे कहा कि, एलएसी के लद्दाख सेक्टर में झड़पों के कारण उत्पन्न सैन्य गतिरोध मई में अपने पांचवें वर्ष में प्रवेश करने के लिए तैयार है। दोनों देशों ने इस क्षेत्र में 50,000 से अधिक सैनिकों की तैनाती की है और दर्जनों दौर की राजनयिक और सैन्य वार्ता के बावजूद देपसांग और डेमचोक जैसे प्रमुख “घर्षण बिंदु” बने हुए हैं। “यह इन सब का एक संयोजन है, लेकिन मूल बात यह है कि एक संतुलन होना चाहिए, और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति होनी चाहिए, और जो समझौते हुए थे उनका पालन होना चाहिए।
ये भी पढ़े:-Sheikh Jameel Death: मारा गया मोस्ट वांटेड पाक आतंकवादी कमांडर शेख जमील, कई टेरर अटैक में था शामिल
वहीं इस मामले में आगे जयशंकर ने कहा कि, “क्योंकि यदि आप समझौतों का पालन नहीं करते हैं, तो मुझे बताएं कि आपके पास बुनियादी समझ भी कैसे होगी। और आगे बढ़ते हुए, अगर सीमा पर शांति नहीं है, तो कोई भी समाज सीमा पर अशांति या हिंसक होने पर सहयोग के अन्य रूपों को कैसे देख सकता है और अंततः एक संतुलन होना चाहिए, मुझे विश्वास है कि यह होगा। मैं आश्वस्त हूं कि हमें उस संतुलन के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। चीन से निपटने पर एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने पिछली सरकारों का स्पष्ट संदर्भ देते हुए कहा कि भारत ने अंतरराष्ट्रीय संबंधों का उतना प्रभावी ढंग से उपयोग नहीं किया है जितना वह अतीत में कर सकता था। उन्होंने इस संबंध में राष्ट्रीय शक्ति के विकास को बहुत महत्वपूर्ण बताया।
ये भी पढ़े:- Weather Update: दिल्ली-एनसीआर में बारिश, तेज हवाओं के साथ ठंड की वापसी; IMD की भविष्यवाणी