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India News(इंडिया न्यूज),Lok Sabha Election(अजीत मेंदोला): वरुण गांधी भाजपा में बने रहेंगे या पार्टी छोड़ेंगे इसका फ़ैसला आज हो जाएगा।क्योंकि पीलीभीत का चुनाव पहले चरण 19 अप्रैल को होना है और उसके लिए नामांकन दाखिल करने का बुधवार को अंतिम दिन है।ऐसा समझा जा रहा है कि वरुण भी बुधवार तक कोई फैसला कर ही लेंगे। सवाल केवल वरुण का ही नहीं है उनकी मां मेनका गांधी का भी है।वह अपने बेटे के बिना अकेले चुनाव लड़ेंगी इसको लेकर संशय है।इसलिए उन पर भी नजरें हैं कि वह क्या करती हैं हालांकि मेनका गांधी वाली सीट सुल्तानपुर में छठे चरण याने 25 मई को वोटिंग होनी है।उसके नामांकन के लिए अभी समय है।पार्टी के रुख से लगता नहीं है कि वरुण को किसी दूसरी जगह से टिकट देगी।
पीलीभीत से टिकट कट जाने के बाद से वरुण गांधी के अगले कदम पर सबकी नजरें लगी हैं।इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चोधरी ने आज उन्हें कांग्रेस में आने का न्योता दे पार्टी की राजनीति को भी गर्मा दिया है।हालांकि पार्टी अधीर के बयान से सहमत नहीं हैं। वरुण गांधी ने टिकट कटने के बाद पूरी तरह से चुप्पी साधी हुई है।लेकिन संकेत हैं कि वह पीलीभीत से निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं।बुधवार को पीलीभीत सीट पर नामांकन दाखिल करने का अंतिम दिन है।ऐसा समझा जा रहा है कि मेनका गांधी और वरुण गांधी आज फैसला कर लेंगे कि उन्हें भाजपा में बने रहना या पार्टी से अलग होना है।
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मेनका तीन दशक से भी ज्यादा समय से बीजेपी से जुड़ी हैं जबकि वरुण भी डेढ़ दशक से बीजेपी की राजनीति कर रहे हैं।पार्टी के विभिन्न पदों में सफलता पूर्वक काम भी किया।लेकिन किसान आंदोलन के समय उन्होंने जिस तरह किसानों के समर्थन में आवाज उठाई उससे उनको लेकर पार्टी में नाराजगी बढ़ी जिसके चलते उनका टिकट कट गया।लेकिन पीलीभीत में जिस तरह से उन्होंने अपनी सक्रियता बनाई रखी उससे इतना तो तय है कि वह पीलीभीत नहीं छोड़ना चाहेंगे।चुनाव की घोषणा के बाद उन्होंने पिछले हफ़्ते नामांकन पत्र खरीदे हैं। इससे समझा जा रहा है कि वह निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं।विपक्ष उन्हें समर्थन दे सकता है।
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