India News (इंडिया न्यूज),Telangana:तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले में एक बड़ा हादसा सामने आया है। यहां श्रीशैलम सुरंग नहर के निर्माणाधीन हिस्से का एक हिस्सा ढह गया। इस हादसे में कम से कम छह मजदूरों के फंसे होने की आशंका है। पुलिस ने इस घटना की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि निर्माण कंपनी की टीम हालात का जायजा लेने के लिए सुरंग के अंदर गई है और सत्यापन कर रही है। वहीं सीएम ने भी इस घटना का संज्ञान लिया है और अधिकारियों को तत्काल राहत कार्य मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं।
फिलहाल घटना की जांच की जा रही है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि निर्माण कंपनी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक छह से आठ मजदूरों के फंसे होने की आशंका है। अधिकारी ने कहा, “घटना उस समय हुई जब कुछ मजदूर काम के सिलसिले में (सुरंग के) अंदर गए थे, तभी सुरंग के 12-13 किलोमीटर अंदर छत का एक हिस्सा ढह गया।” हालांकि मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बिना संख्या बताए कहा गया कि कुछ लोग घायल हुए हैं।
सुरंग की छत गिरने से फंसे कई मजदूर
मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक व अन्य अधिकारियों को राहत कार्य के लिए मौके पर पहुंचने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार राज्य के सिंचाई मंत्री एन उत्तम कुमार रेड्डी, सिंचाई मामलों के सरकारी सलाहकार आदित्यनाथ दास व अन्य सिंचाई अधिकारी मौके के लिए रवाना हो गए हैं। केंद्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी ने हादसे पर चिंता जताते हुए अधिकारियों से फंसे श्रमिकों को सुरक्षित निकालने को कहा है। उनके कार्यालय से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि उन्होंने अधिकारियों से घायलों को उचित उपचार मुहैया कराने को भी कहा है।
वहीं, पीएम मोदी ने भी घटना की जानकारी ली है। सीएम रेवंत रेड्डी ने पीएम को घटना, सुरंग में फंसे आठ श्रमिकों और पीड़ितों को बचाने के लिए चलाए जा रहे बचाव अभियान की जानकारी दी। सीएम रेड्डी ने पीएम मोदी को बताया कि मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी और जुपल्ली कृष्ण राव घटनास्थल पर बचाव कार्यों की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। इसके अलावा पीएम मोदी ने सीएम रेड्डी से कहा कि बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ की टीम तुरंत तैनात की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने तेलंगाना सरकार को केंद्र सरकार की ओर से पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया।
सिंचाई मंत्री ने दी जानकारी सिंचाई मंत्री ने बताया कि सुरंग में फंसे लोगों में दो इंजीनियर, दो मशीन ऑपरेटर और चार मजदूर शामिल हैं। मजदूर सुरंग के 14 किलोमीटर अंदर फंसे हुए हैं। उन्होंने बताया कि सुरंग के बाहर कुछ “भूगर्भीय हलचल” महसूस होने पर तेज आवाज भी सुनाई दी। उन्होंने बताया कि सुरंग में बोरिंग मशीन के सामने काम कर रहे लोग वहां फंसे हुए हैं। मंत्री ने कहा, “राज्य सरकार उन आठ लोगों की जान बचाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। हमने उत्तराखंड की घटना में लोगों को बचाने में शामिल विशेषज्ञों से भी बात की है।”
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