होम / Modi 3.0: आखिर हिंदी भाषी क्षेत्रों में बीजेपी क्यों हारी, खुद पीएम कर रहे हैं मंथन

Modi 3.0: आखिर हिंदी भाषी क्षेत्रों में बीजेपी क्यों हारी, खुद पीएम कर रहे हैं मंथन

Sailesh Chandra • LAST UPDATED : June 18, 2024, 4:19 pm IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

Modi 3.0: आखिर हिंदी भाषी क्षेत्रों में बीजेपी क्यों हारी, खुद पीएम कर रहे हैं मंथन

Modi 3.0

India News (इंडिया न्यूज), अजीत मेंदोला, नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनावों में उम्मीद से कम सीट लाने वाले बीजेपी शासित राज्यों से जवाब—तलब शुरू कर दिया है। इसकी शुरूआत राजस्थान से की गई है। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को दिल्ली तलब किया। वे पूर्व निर्धारित प्री बजट छोड़कर दिल्ली पहुंचें। जहां करीब दो घंटे तक वे पीएम आवास पर ही रहे। सूत्रों का कहना है कि इस मौके पर केंद्रीय मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र यादव भी मौजूद थे। यादव को पार्टी ने महाराष्ट्र का प्रभारी बनाया है। यादव राजस्थान के अलवर से चुनाव जीत लोकसभा पहुंचे है।

ऐसे में यह माना जा रहा है कि पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री शर्मा से हार की रिपोर्ट के साथ हारी हुई एक—एक सीट को लेकर विस्तृत जानकारी ली। राजस्थान प्रधानमंत्री मोदी के लिए इसलिए भी अहम हो जाता है क्योंकि 6 महीने पहले ही उन्होंने पहली बार विधायक बने भजनलाल शर्मा को राज्य का मुख्यमंत्री बना बड़ा प्रयोग किया था। बीजेपी ने पिछले साल राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में पीएम मोदी को चेहरा बना चुनाव लड़ा था और तीनों राज्य जीते थे।

‘छोटी सी गड़बड़ी मोदी सरकार को गिरा सकती है…’, राहुल गांधी ने कर दिया बड़ा दावा

उसी समय प्रधानमंत्री ने मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी नए चेहरों को सीएम बनाया था। इन दोनों प्रदेशों में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया। हालांकि यह बात अलग है कि राजस्थान में पार्टी को 11 सीटों का नुकसान हो गया। राजस्थान में हार की सबसे बड़ी वजह गुटबाजी, सरकार और संगठन में तालमेल का अभाव बताया जा रहा है। मुख्यमंत्री शर्मा को कोई अनुभव नहीं होने से पार्टी को नुकसान हुआ। लोकसभा अध्यक्ष रहे ओम बिड़ला के करीबी होने का भी उन्हें लाभ नहीं मिला। बिड़ला अपने ही चुनाव में उलझ गए थे। सीएम के निजी स्टाफ भी अपने तक ही सीमित रहा। मीडिया प्रबंधन में भी तालमेल का अभाव रहा। सीएम ने तो आज अपनी रिपोर्ट दे दी।बाकी संगठन और दिल्ली के नेता जिन्हें राजस्थान की जिम्मेदारी दी गई थी, वह भी अपनी रिपोर्ट देंगे। संघ अपने तरीके से हार के कारणों का पता लगा रहा है।

योगी आदित्यनाथ से होगी चर्चा

सूत्रों की मानें तो प्रधानमंत्री मोदी जल्द ही उत्तर प्रदेश, हरियाणा को लेकर भी मुख्यमंत्रियों और नेताओं को तलब कर पूछताछ कर सकते है। हालांकि पीएम मोदी मंगलवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी जा रहे हैं। ऐसे में संभव है कि वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अलग से चर्चा करें। इस बीच संघ प्रमुख मोहन भागवत भी गोरखपुर के दौरे पर हैं। ऐसी खबरें थी कि भागवत सीएम योगी से मुलाकात कर सकते हैं। दोनों की मुलाकात हुई या नहीं, इसे लेकर अलग—अलग चर्चाएं चल रही है। कुछ का कहना है कि मुलाकात हुई और कुछ का कहना है कि कोई मुलाकात नहीं हुई। संघ प्रमुख भी उत्तर प्रदेश की हार का आंकलन अपने हिसाब से कर रहे हैं। इस बीच सोमवार को ही हरियाणा के नेताओं की दिल्ली में एक बैठक हुई। जिसमें मुख्यमंत्री नायब सैनी और सभी प्रमुख नेता शामिल हुए।

NEET पेपर लीक मामले में बड़ा खुलासा, इस जगह पर रूककर छात्र पूरी रात रटे थे आंसर

यूपी—राजस्थान में हुआ 40 सीट का नुकसान

दरअसल, बीजेपी को उत्तर प्रदेश में पिछली बार के मुकाबले 29 और राजस्थान में 11 सीट का नुकसान हुआ है। इन राज्यों में ही बीजेपी अपना 2019 वाला प्रदर्शन दोहरा देती तो बीजेपी को अपने दम पर बहुमत मिल जाता। इन दोनों राज्यों में 40 सीट का बीजेपी को नुकसान हुआ। इसी तरह हरियाणा की 5 सीट जोड़ दी जाएं तो नुकसान 45 का होता है। अभी बीजेपी की 240 सीट आई है। इन तीनों राज्यों में बीजेपी 2019 वाला प्रदर्शन नहीं दोहरा पाई और बहुमत से चूक गई। ये तीनों राज्य ठीक—ठाक प्रदर्शन करते तो महाराष्ट्र का नुकसान फिर बीजेपी को बड़ा नहीं दिखाई देता। बीजेपी 285 तक पहुंच जाती। अब पीएम मोदी, संघ और बीजेपी इसी बात का पता लगाने में जुटी है कि क्या आरक्षण की वजह से हारे या फिर भीतरघात ने हिंदी बेल्ट में 45 सीटों का नुकसान पहुंचाया।

Delhi Heatwaves: राष्टीय राजधानी में रेड अलर्ट जारी, इन राज्यों में हो सकती है बारिश: IMD

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

टैक्सी में हत्यारे ने कबूला जुर्म, ड्राइवर ने गोलमोल बातों में घुमा कर पुलिस को किया फोन, फिर जो हुआ…कातिल रह गया सन्न
टैक्सी में हत्यारे ने कबूला जुर्म, ड्राइवर ने गोलमोल बातों में घुमा कर पुलिस को किया फोन, फिर जो हुआ…कातिल रह गया सन्न
UP उपचुनाव में सपा को मिली हार, डिपंल यादव का आया ये बयान
UP उपचुनाव में सपा को मिली हार, डिपंल यादव का आया ये बयान
Delhi Crime News: दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ा 30 हजार का इनामी बदमाश, डेढ़ साल से था फरार
Delhi Crime News: दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ा 30 हजार का इनामी बदमाश, डेढ़ साल से था फरार
UP में मानवता शर्मसार, दिल दहलाने वाली घटना, एक्सप्रेसवे पर 2 घंटे तक युवक के शव को रौंदते रहे वाहन
UP में मानवता शर्मसार, दिल दहलाने वाली घटना, एक्सप्रेसवे पर 2 घंटे तक युवक के शव को रौंदते रहे वाहन
उद्धव ठाकरे के कितने भाई थे, आखिर क्यों नहीं होती किसी और की चर्चा? वजह जान हिल जाएंगे आप
उद्धव ठाकरे के कितने भाई थे, आखिर क्यों नहीं होती किसी और की चर्चा? वजह जान हिल जाएंगे आप
यूपी उपचुनाव में BJP की बड़ी जीत पर CM योगी गदगद, ‘बटेंगे तो कटेंगे’ नारे को लेकर कही ये बड़ी बात
यूपी उपचुनाव में BJP की बड़ी जीत पर CM योगी गदगद, ‘बटेंगे तो कटेंगे’ नारे को लेकर कही ये बड़ी बात
रूस के जिस ब्रह्मास्त्र से डरकर दुबक रहा है यूक्रेन, 28 साल पहले तानाशाह को किया सरेंडर, भयंकर गलती या मजबूरी?
रूस के जिस ब्रह्मास्त्र से डरकर दुबक रहा है यूक्रेन, 28 साल पहले तानाशाह को किया सरेंडर, भयंकर गलती या मजबूरी?
UP Driver Vacancy: बरेली में होगा रोडवेज चालक भर्ती मेला, कमेटी करेगी चयन, जोरों पर महाकुंभ की तैयारी
UP Driver Vacancy: बरेली में होगा रोडवेज चालक भर्ती मेला, कमेटी करेगी चयन, जोरों पर महाकुंभ की तैयारी
बाजार में बिक रहे हैं चाइनीज लहसुन, देश का हो रहा है भारी नुकसान, देखकर ऐसे करें पहचान
बाजार में बिक रहे हैं चाइनीज लहसुन, देश का हो रहा है भारी नुकसान, देखकर ऐसे करें पहचान
जवान बेटे की आत्महत्या परिवार के लिए बनी रहस्य, खजराना मंदिर में दुकान संभालता था कार्तिक, सुसाइड नोट नहीं मिला
जवान बेटे की आत्महत्या परिवार के लिए बनी रहस्य, खजराना मंदिर में दुकान संभालता था कार्तिक, सुसाइड नोट नहीं मिला
NOTA को बिग बॉस के Ajaz Khan से ज्यादा मिले वोट, 5.6 मिलियन फॉलोअर्स होने के बावजूद महाराष्ट्र चुनाव में मिली हार
NOTA को बिग बॉस के Ajaz Khan से ज्यादा मिले वोट, 5.6 मिलियन फॉलोअर्स होने के बावजूद महाराष्ट्र चुनाव में मिली हार
ADVERTISEMENT