इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :
NCRB Report देश में दलितों और आदिवासियों के खिलाफ बढ़े अपराध बढ़े हैं। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की ओर से जारी ताजा आंकड़ा के अनुसार इस मामले में यूपी और मध्य प्रदेश में सबसे ऊपर हैं। इन दो समुदायों के खिलाफ दोनों राज्यों में अपराध के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2020 में देश में अनुसूचित जातियों (एससी) के खिलाफ किए गए अपराधों के लिए 50,291 मामले दर्ज किए गए थे। साल 2019 की तुलना में इन अपराधों में 9.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिली है। 2019 में एससी के खिलाफ किए गए अपराधों के लिए कुल 45,961 मामले दर्ज किए थे। एनसीआरबी ने आगे कहा है कि साल 2020 में क्राइम रेट 22.8 प्रति लाख जनसंख्या से बढ़कर 25 प्रति लाख जनसंख्या हो गई थी।
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एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2020 के दौरान एससी के खिलाफ हुए अपराध या अत्याचार में सबसे अधिक हिस्सा ‘मामूली रूप से चोट पहुंचाने’ का रहा और ऐसे 16,543 (कुल मामलों के 32.9 प्रतिशत) मामले दर्ज किए गए। इसके बाद अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निरोधक) अधिनियम के तहत 4,273 मामले (8.5 प्रतिशत) जबकि ‘आपराधिक धमकी’ के 3,788 (7.5 प्रतिशत)) मामले सामने आए। आंकड़ों से पता चलता है कि अन्य 3,372 मामले दुष्कर्म के लिए, शील भंग करने के इरादे से महिलाओं पर हमले के 3,373, हत्या के 855 और हत्या के प्रयास के 1,119 मामले दर्ज किए गए।