इंडिया न्यूज, नई दिल्ली।
NIA to Probe Civilian Killings in the Valley : जम्मू-कश्मीर में हाल ही में नागरिक की हत्याओं के दो मामलों की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपे जाने की खबर आ रही है। हालांकि इस संबंध में अभी कोई अधिसूचना जारी नहीं हुई है। उधर, टारगेट किलिंग से घाटी में फैली दहशत के मद्देनजर सरकार ने पाकिस्तान प्रायोजित नई साजिश को कुचलने के लिए बहुस्तरीय रणनीति तैयार की है। सीमा पार के हैंडलरों के नेटवर्क को तोड़ने के लिए पूरी घाटी में सुरक्षा बलों के जवान हाइब्रिड आतंकियों और उनके मददगारों पर प्रहार करेंगे।
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जम्मू और कश्मीर में इस माह के दौरान अब तक 11 नागरिकों को चुन-चुनकर मारा जा चुका है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एनआईए को इस हत्याओं के पीछे की बड़ी साज़िश का पर्दाफाश करने का आदेश दिया है, और अब एनआईए इससे जुड़े चारों केसों को जम्मू और कश्मीर पुलिस से अपने हाथ में ले लेगी। हाल में सुरक्षा एजेंसियों की हुई उच्च स्तरीय बैठक में रणनीति को अंतिम रूप देते हुए टारगेट किलिंग की वारदातों पर प्रभावी नियंत्रण की हिदायत दी गई है। (NIA to Probe Civilian Killings in the Valley)
इसके तहत व्यापक छापामारी करते हुए दक्षिणी और मध्य कश्मीर से एक हजार से अधिक लोगों को पुलिस ने उठाया है। इनमें से कई पर पीएसए लगाया गया है। दर्जनभर से अधिक पत्थरबाजों को रविवार प्रदेश से बाहर की जेल में भेजा गया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि टारगेट किलिंग रोकना और लोगों में दहशत के माहौल को कम करना प्राथमिकता है। हत्याओं की ताज़ातरीन वारदात रविवार को हुई थी, जब बिहार से आए दो श्रमिकों को कुलगाम जिले के वानपोह इलाके में गोली मार दी थी। तीसरा मज़दूर ज़ख्मी हुआ था। इससे एक ही दिन पहले बिहार से ही आए एक गोलगप्पा विक्रेता और उत्तर प्रदेश से आए एक बढ़ई को घाटी में मार डाला गया था।
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