India News (इंडिया न्यूज़), Nuh Violence, दिल्ली: हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के बाद प्रशासन का एक्शन चल रहा है। मनोहर लाल खट्टर की सरकार द्वारा हिंसा के लिए इस्तेमाल की गई इमारतों पर बुलडोजर चला रही है। उपद्रवियों की अवैध संपत्ति पर भी बुलडोजर का कहर जारी है। एक तरफ खट्टर सरकार के इस एक्शन की तारीफ हो रही है तो कई लोग अलोचना भी कर रहे है।
नूंह के हालात पर बीते दिनों नूंह के डिप्टी कमिश्नर का एक बयान आया। इसमें कहा डिप्टी कमिश्नर धीरेंद्र की ओर से बयान दिया गया कि अभी शांति का माहौल है, हमने कॉन्फिडेंस बिल्डिंग का काम किया है और दोनों समुदाय के लोगों से बात की है। हम मार्केट का समय बढ़ाने, बैंक खोलने की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। इंटरनेट सेवा अभी भी 8 अगस्त तक बंद रहेगी। इस पर पलटवार करते हुए AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा। ओवैसी ने आरोप लगाया है कि क्या कॉन्फिडेंस बिल्डिंग का मतलब सिर्फ मुस्लिमों का घर तोड़ना है।
असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को ट्वीट किया कि कॉन्फिडेंस बिल्डिंग का मतलब सिर्फ एक कम्युनिटी (मुस्लिमों) का घर, मेडिकल शॉप, बिल्डिंग को तोड़ना, वो भी किसी नियम कानून के बिना। खट्टर सरकार ने कानूनी अदालतों को हड़प लिया है, कॉन्फिडेंस सिर्फ उन्हीं लोगों को दिया जा रहा है जो बीजेपी और संघ के करीबी हैं।असदुद्दीन ओवैसी बार-बार भाजपा सरकार पर हिंसा के बाद मुस्लिमों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगा रहे हैं।
नूंह हिंसा के बाद लगातार बुलडोजर चल रहा है। प्रशासन ने नूंह की नल्हड़ रोड चौक के पास तीन मंजिला सहारा होटल को ढहा दिया, आरोप था कि इस होटल का इस्तेमाल हिंसा के दौरान पत्थरबाजी में किया गया था। प्रशासन द्वारा इसी तरह हिंसा में इस्तेमाल जगहों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है। 200 से ज्यादा अवैध झुग्गियों को भी गिरा दिया गया था।
नूंह में 31 जुलाई को एक धार्मिक जुलूस के बाद हिंसा फैली थीष इस घटना में 7 लोगों की मौत हो गई है, जबकि दर्जनों घायल हुए थे। हिंसा के बाद से ही कई जिलों में धारा 144 लगा दी गई, जबकि इंटरनेट सेवा पर भी रोक थी। नूंह हिंसा को लेकर अभी तक पुलिस ने 104 एफआईआर की हैं, जबकि 216 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका हैष शुक्रवार को इसी हिंसा से जुड़े कुछ लोगों को राजस्थान से भी गिरफ्तार किया गया था।
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