India News (इंडिया न्यूज),Earthquake:दिल्ली-एनसीआर में शुक्रवार को तेज भूकंप आया। दिल्ली से सटे नोएडा, गाजियाबाद समेत कई इलाकों में झटके महसूस किए गए। मिली जानकारी के मुताबिक भूकंप का केंद्र म्यांमार की राजधानी बर्मा है। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक म्यांमार में रिक्टर पैमाने पर 7.2 तीव्रता का भूकंप आया। बता दें कि इससे पहले चीन में 26 मार्च को भूकंप आया था। स्थानीय समयानुसार तड़के 1:21 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। यह भूकंप उत्तरी चीन के हेबई प्रांत के लांगफैंग स्थित योंगकिंग काउंटी में आया। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.2 मापी गई। चाइना अर्थक्वेक नेटवर्क सेंटर के मुताबिक भूकंप का केंद्र जमीन से 20 किलोमीटर नीचे था।
धरती के अंदर सात टेक्टोनिक प्लेट्स हैं। ये प्लेट्स लगातार घूमती रहती हैं। जब ये प्लेट्स आपस में टकराती हैं, एक दूसरे से रगड़ खाती हैं, एक दूसरे के ऊपर चढ़ती हैं या एक दूसरे से दूर जाती हैं, तो धरती हिलने लगती है। इसे भूकंप कहते हैं। भूकंप को मापने के लिए रिक्टर स्केल का इस्तेमाल किया जाता है। जिसे रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल कहते हैं। रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल 1 से 9 तक होता है। भूकंप की तीव्रता उसके केंद्र यानी एपीसेंटर से मापी जाती है। यानी उस केंद्र से निकलने वाली ऊर्जा को इस स्केल पर मापा जाता है। 1 का मतलब है कम तीव्रता की ऊर्जा निकल रही है। 9 का मतलब है सबसे ज्यादा बेहद भयावह और विनाशकारी लहर। ये दूर जाने पर कमजोर होती जाती हैं। अगर रिक्टर स्केल पर तीव्रता 7 है, तो उसके आसपास 40 किलोमीटर के दायरे में तेज झटका आता है।
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राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार म्यांमार में रिक्टर पैमाने पर 7.2 तीव्रता का भूकंप दर्ज़ किया गया। pic.twitter.com/vJDSGZ1Hw3
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 28, 2025
1. भूकंप आते ही अगर आप घर के अंदर हैं, तो सबसे पहले बाहर खुले में जाएं।
2. अगर बाहर जाना संभव न हो, तो किसी मजबूत टेबल या पलंग के नीचे छिप जाएं।
3. आप घर के किसी कोने में खड़े होकर भी खुद को सुरक्षित रख सकते हैं।
4. ध्यान रखें, भूकंप के दौरान लिफ्ट का इस्तेमाल बिल्कुल न करें।
5. अगर आप बाहर हैं, तो किसी खुले मैदान में जाएं और पेड़ों, बिजली की लाइनों और इमारतों से दूर रहें।