India News (इंडिया न्यूज), महिमा कटियार, Next BJP President: भाजपा के अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। यह फैसला दिसंबर के अंत या जनवरी की शुरुआत में होने की संभावना है। महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव के तुरंत बाद और दिल्ली और बिहार चुनाव से पहले नई जिम्मेदारी संभालने वाले अध्यक्ष को रणनीतिक दृष्टि से पार्टी के लिए अहम भूमिका अदा करनी होगी।
वैसे तो भारतीय जनता पार्टी के राजनीतिक फैसले अक्सर भविष्यसूचक साबित होते रहे हैं। खासकर दिसंबर 2023 में जब मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में मुख्यमंत्री नियुक्त करने की बात आई तो भाजपा के फैसले से हर कोई हैरान रह गया। इस वजह से यह आकलन करना मुश्किल है कि पार्टी किसे नया राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाएगी, लेकिन फिर भी राजनीतिक गलियारों में पार्टी अध्यक्ष पद के लिए कई नामों पर चर्चा हो रही है।
बीएल संतोष वर्तमान में भाजपा के महासचिव (संगठन) हैं। वे आरएसएस के बड़े प्रचारक भी रहे हैं। कुछ लोगों का मानना है कि बीएल संतोष भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर बेहतर विकल्प हो सकते हैं, लेकिन उनके लिए यह पद पाना काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि राज्य भाजपा का एक बड़ा वर्ग 2023 में कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली हार के लिए बीएल संतोष को जिम्मेदार मानता है।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर एक और नाम जिस पर चर्चा हो रही है, वो है विनोद तावड़े। महाराष्ट्र से आने वाले तावड़े राज्य स्तर पर मंत्री रह चुके हैं। विनोद तावड़े ओबीसी समुदाय से आते हैं, जो फिलहाल बिहार के प्रभारी महासचिव हैं। इस लोकसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें कई जिम्मेदारियां सौंपी थीं, जिसका नतीजा ये हुआ कि बीजेपी बिहार में अच्छा प्रदर्शन करने में सफल रही।
मंत्री पद की शपथ लेने (9 जून 2024) से पहले चर्चा थी कि मनोहर लाल खट्टर या शिवराज सिंह चौहान को भाजपा का अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा सकता है, लेकिन इन दोनों नेताओं के मोदी कैबिनेट में शामिल होने से सभी दावों पर विराम लग गया। ऐसे में भाजपा अध्यक्ष के लिए सबसे पहला नाम हमीरपुर से सांसद अनुराग ठाकुर का सामने आ रहा है। हमीरपुर लोकसभा सीट से पांच बार सांसद रहे अनुराग ठाकुर को इस बार मोदी कैबिनेट में जगह नहीं दी गई है। इस कदम से भी उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने के दावों को प्रबल बल मिलता है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की दौड़ में एक और दावेदार राजस्थान से ओम प्रकाश माथुर हैं। उनके राजनीतिक कद का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बायां हाथ माना जाता है। छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें प्रदेश प्रभारी बनाकर भेजा था। उस चुनाव में भाजपा ने बहुमत के साथ सरकार बनाई थी। 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में ओम माथुर ने सुनील बंसल के साथ मिलकर राज्य में भाजपा की जीत की पटकथा लिखी थी। ऐसे कहा जाता है कि जब मोदी गुजरात के सीएम थे तब से ही वह ओम माथुर के संगठन के तौर पर काम-काज करने के कायल रहे हैं।