संबंधित खबरें
भारत के नेताओं की स्कीमें कॉपी कर रहे 'दुश्मन' Trudeau, पापों का पश्चाताप करने को निकाली नई योजना? आंखें फाड़े रह गई जनता
वाकई फटने वाला है परमाणु बम? अचानक गायब हुए Putin, लीक हो गया 12 दिनों का सच…ताकतवर देशों के माथे पर पसीना
भारत के पडोसी देश में एक बार फिर खेली गई खून की होली, काफिले पर दोनों तरफ से बरसाई गई गोली, 50 लोगों की हुई मौत
2025 में धरती पर आएगा वो 'शैतान', लग जाएंगे लाशों के ढेर, बाबा वेंगा और नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी सच होते देख कांप गई दुनिया
कुर्सी पर बैठने से पहले ट्रंप की बड़ी बदनामी, बच्चों के साथ गंदा काम करने की आरोपी बनी वजह, मामला जानकर सदमे में अमेरिका वासी
ट्रंप को मिला धोखा! इस अमेरिकी हसीना को बनाया अटॉर्नी जनरल, जानिए क्यों मैट गेट्ज ने वापस लिया अपना नाम
India News(इंडिया न्यूज),Red Sea Crisis: लाल सागर में उथल-पुथल और वैश्विक व्यापार में मंदी के बावजूद जनवरी में वस्तुओं के निर्यात में पिछले साल जनवरी की तुलना में 3.12 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। जनवरी में सेवा निर्यात का प्रदर्शन भी अच्छा रहा और इस दौरान पिछले साल की समान अवधि की तुलना में सेवा निर्यात में 17.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
पिछले दिसंबर में भी वस्तुओं के निर्यात में एक फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी। हालांकि, चालू वित्त वर्ष 2023-24 के अप्रैल-दिसंबर में माल का कुल निर्यात पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 4.89 फीसदी कम है। वहीं, पिछले साल जनवरी के मुकाबले इस साल जनवरी में वस्तुओं के आयात में 2.99 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। इस साल जनवरी में निर्यात 36.9 अरब डॉलर और आयात 54.4 अरब डॉलर का था।
जनवरी में सेवा निर्यात 32.80 अरब डॉलर रहा। कमोडिटी निर्यात में इंजीनियरिंग सामान, इलेक्ट्रॉनिक्स, पेट्रोलियम उत्पाद, प्लास्टिक, फार्मा जैसे क्षेत्रों ने सकारात्मक प्रदर्शन किया। लेकिन हस्तशिल्प, चमड़ा, परिधान और रत्न एवं आभूषण जैसे क्षेत्रों के निर्यात में गिरावट आई। वहीं, पिछले साल जनवरी के मुकाबले जनवरी में सोने के आयात में 173 फीसदी और चांदी के आयात में 323 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
सबसे ज्यादा निर्यात अमेरिका और यूएई को हुआ। वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने कहा कि चुनौतियों के बावजूद निर्यात में वृद्धि हुई है क्योंकि हमारी निर्यात टोकरी में कई नए उत्पाद जुड़े हैं और पहली बार निर्यात होने वाली वस्तुओं की संख्या में वृद्धि हुई है। वित्तीय वर्ष 2015-16 में 11,544 वस्तुओं का निर्यात किया गया।
पिछले वित्तीय वर्ष 2022-23 में यह संख्या बढ़कर 12,177 हो गई और इनकी संख्या बढ़ती ही जा रही है। इसी तरह वित्त वर्ष 2013-14 की तुलना में वित्त वर्ष 22-23 तक निर्यातकों की संख्या में 26 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा कीमती रत्न निर्यातक बन गया है।
यह भी पढ़ेंः-
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.