संबंधित खबरें
मौलाना का गला रेतकर पाकिस्तानी सेना की चौकी पर लटकाया, PM Shehbaz को दे डाली खुली चुनौती, शिया-सुन्नी के बीच खूनी जंग में 150 लोगों का उठा जनाजा
नाटो ही नहीं धरती को कई बार तबाह कर सकते हैं इस देश के परमाणु बम…पीएम मोदी के खास मित्र का घूमा माथा तो खत्म हो जाएगी दुनिया
'धरती का भगवान' कैसे बना हैवान, 87 महिलाओं से रेप, मिले ऐसे अश्लील वीडियो, देखकर कांप गई पुलिसवालों की रूह
Netanyahu को इस 'विभीषण' ने दिया धोखा, होने वाला है शेख हसीना वाला कांड? जानें क्यों अपने लोग बन गए कट्टर दुश्मन
जंग के बीच यूक्रेन के हाथ लगा अनमोल खजाना, अब खुलेगा पुतिन के इस हथियार का भयावह राज, वजह जान पूरी दुनिया में मचा हाहाकार
Trump के सिर चढ़ गया सत्ता का पावर, खा जाएंगे इन लोगों की नौकरी, लीक हुए इस प्लान ने देश में मचाई हलचल
India News (इंडिया न्यूज़), Agreement on AI : आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) आने वाले समय में कितना खतरनाक हो सकता है, इस बात अंदाजा अभी तक शायद आप नहीं लगा पाए, लेकिन इसे बनाने वाले इसके संभावित खतरों के बारे में अच्छी तरहल से जानते है। यही वजह है कि दुनियाभर के कई देश एक आवाज में कह रहे हैं कि, AI को इस तरह से डिजाइन किया जाए कि यह पूरी तरह से सुरक्षित हो।
वहीं, अमेरिका, ब्रिटेन समेत दर्जनभर देशों ने रविवार को एक अंतरराष्ट्रीय एग्रीमेंट (Agreement on AI) पर हस्ताक्षर किए हैं। द हिन्दू की एक रिपोर्ट के अनुसार, एक यूएस अधिकारी के मुताबिक यह एग्रीमेंट इस बात के लिए था कि, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस सिस्टम को आपराधिक तत्वों से सुरक्षित रखने के लिए कदम उठाए जाएं। इसका निर्माण करने वाली कंपनियां AI सिस्टम को “सिक्योर बाय डिजाइन” बनाएं।
मिली जानकारी के मुताबिक, 20 पेज के डॉक्यूमेंट पर कुल 18 दर्जन देशों ने सहमति जताई है। वहीं, संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्रिटेन के अलावा, नए दिशानिर्देशों पर हस्ताक्षर करने किया है जिसमे 18 देश यानी जर्मनी, इटली, चेक रिपब्लिक, एस्टोनिया, पोलैंड, ऑस्ट्रेलिया, चिली, इज़राइल, नाइजीरिया और सिंगापुर शामिल हैं। बता दें कि, इसमें शामिल सभी देशों का उद्देश्य एक है कि, AI का मिसयूज़ न हो और जनता सुरक्षित रहे। हालांकि ये एग्रीमेंट बाध्यकारी नहीं है। इसमें सामान्य सिफारिशें हैं, इसमे AI सिस्टम की मॉनिटिरिंग करना, डेटा को छेड़छाड़ से बचाना, और सॉफ्टवेयर सप्लाई करने वालों की समय-समय पर जांच और आकलन करना है।
अमेरिकी साइबर सुरक्षा और इंफ्रास्ट्रक्चर सुरक्षा एजेंसी के निदेशक जेन ईस्टरली ने कहा है कि, यह महत्वपूर्ण है कि इतने सारे देश इस विचार के साथ ही अपना नाम रखें कि AI सिस्टम को सुरक्षा की आवश्यकता है। ईस्टरली ने बताया कि, यह पहली देखा जा रहा है कि, फीचर्स से पहले इस बात पर सहमति है कि, डिज़ाइन चरण में सबसे महत्वपूर्ण चीज़ है जो कि सुरक्षा है, को एड्रेस किया जा रहा है। यह फ्रेमवर्क एआई टेक्नोलॉजी को हैकरों द्वारा है कि किए जाने से बचाए रखने के सवालों से संबंधित है।
Also Read:
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.