Hindi News / International / Eca Internationals Cost Of Living Rankings 2023

ECA International's Cost Of Living Rankings 2023: हांगकांग को पीछे छोड़ न्यूयॉर्क बना दुनिया का सबसे मंहगा शहर

इंडिया न्यूज(India News): (ECA International’s Cost Of Living Rankings 2023) भारत से हर साल कई लोग दूसरे देश में रहने जाते है। भारतीय हर देश में हर शहर में आपको मिल सकते हैं। इसी तरह हर देश के लोग भी कई अलग शहरों और देशों में कभी पढ़ाई की वजह से तो कभी नई नौकरी […]

BY: Divyanshi Singh • UPDATED :
Advertisement · Scroll to continue
Advertisement · Scroll to continue

इंडिया न्यूज(India News): (ECA International’s Cost Of Living Rankings 2023) भारत से हर साल कई लोग दूसरे देश में रहने जाते है। भारतीय हर देश में हर शहर में आपको मिल सकते हैं। इसी तरह हर देश के लोग भी कई अलग शहरों और देशों में कभी पढ़ाई की वजह से तो कभी नई नौकरी की वजह से जाते हैं। हर शहर का अपना अलग कॉस्ट ऑफ लिविंग होता है। कोई शहर रहने के लिए मंहगा होता है, तो कोई शहर सस्ता होता है। इसी को लेकर ईसीए इंटरनेशनल ने एक रिपोर्ट पेश की है। रिपोर्ट के अनुसार न्यूयॉर्क प्रवासी के रूप में रहने के लिए दुनिया का सबसे मंहगा शहर है। इससे पहले यह तमगा हांगकांग के पास था।

टॉप पांच में सिंगापुर

ECA International’s Cost Of Living Rankings For 2023 ने हाल ही में रहन-सहन के लिहाज से दुनिया के सबसे महंगे शहरों की सूची जारी की है, जिसमें न्यूयॉर्क ने सबसे पहली रैंकिंग हांसिल की है। साल 2023 के लिए अमेरिका की आर्थिक राजधानी न्यूयॉर्क ने प्रवासी के रूप में रहने के लिए दुनिया के सबसे मंहगा शहर बन गया है। उसने हांगकांग को पीछे छोड़ दिया है। इस सूची में जेनेवा और लंदन तीसरे और चौथे स्थान पर रहे। वहीं, सिंगापुर टॉप पांच में अंतिम पायदान पर पहुंच गया है।

मुस्लिम देशों में अचानक बढ़ा बाल-विवाह का चलन, अधेड़ मर्दों को भी भा रहीं कम उम्र की लड़कियां, UN की रिपोर्ट ने खोली पोल

ECA International’s Cost Of Living Rankings 2023

न्यूयॉर्क को टॉप पर रहने के पीछे की यह है वजह

ECA International’s Cost of Living के सर्वे के मुताबिक,  न्यूयॉर्क को टॉप पर रहने के पीछे बढ़ती मुद्रास्फीति और बढ़ती आवास लागत को वजह बताया है। बता दें कि बीते साल जारी हुई रैकिंग में सिंगापुर 13वें पायदान पर था। जहां से वह इस बार टॉप पांच में पहुंच गया है।  रिपोर्ट के अनुसार तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब अर्दोआन की आर्थिक नीतियों की वजह से रहने की कीमतों में 80 प्रतिशत की बढ़ोतरी के कारण इस साल सबसे बड़ा असर इस्तांबुल में देखा गया। जो बीते साल की रैंकिंग की तुलना में 95 पायदान चढ़कर 108वें स्थान पर पहुंच गया है।

यूरोपीय शहरों की रैंकिंग में काफी उछाल

पिछले साल रूसी प्रवासियों के ज्यादा आगमन के चलते दुबई में घर का किराया काफी बढ़ गया है। इस बार ये शहर सूची में 12 वें नंबर पर आया है।एशियाई शहरों की अपेक्षा इस बार यूरोपीय शहरों की रैंकिंग में काफी उछाल देखने को मिला है। इसके साथ-साथ चीनी शहरों की रैंकिंग भी काफी कम हुई है। रिपोर्ट के अनुसार अधिकांश यूरोपीय शहरों की रैंकिंग में वृद्धि हुई है। नार्वे और स्वीडिश शहर कमजोर मुद्राओं के कारण रैंकिग में नीचे आ गए हैं।  साथ ही सभी अमेरिकी शहरों के लिए रैंकिंग मजबूत डॉलर और उच्च मुद्रास्फीति की वजह से बढ़ गई है।

ईसीए इंटरनेशनल

ईसीए इंटरनेशनल दुनिया भर के 120 देशों और क्षेत्रों में 207 शहरों की रैंकिग जारी करता है। इसके लिए वह उपभोक्ता वस्तुओं और सेवाओं की लागत का विश्लेषण करता है, जो आमतौर पर प्रवासियों द्वारा बसाए गए क्षेत्रों में किराये की लागत में फैक्टरिंग करता है।

दुनिया के सबसे महंगे शहरों की रैंकिंग इस प्रकार है-

क्रम संख्या  शहर का नाम  2023 की रैंकिग  2022 की रैंकिग
1 न्यूयॉर्क, यूएस 1 2
2 हांगकांग, चीन 2 1
3 जिनेवा, स्विट्जरलैंड 3 3
4 लंदन, यूके 4 4
5 सिंगापुर 5 13
6 ज्यूरिख, स्विट्जरलैंड 6 7
7 सैन फ्रांसिस्को, यूएस 7 11
8 तेल अवीव, इजराइल 8 6
9 सियोल, दक्षिण कोरिया 9 10
10 टोक्यो, जापान 10 5
11 बर्न, स्विट्जरलैंड 11 16
12 दुबई, संयुक्त अरब अमीरात 12 23
13 शंघाई, चीन 13 8
14 ग्वांगझौ, चीन 14 9
15 लॉस एंजिल्स, यूएस 15 21
16 शेन्ज़ेन, चीन 16 12
17 बीजिंग, चीन 17 14
18 कोपेनहेगन, डेनमार्क 18 18
19 अबू धाबी, संयुक्त अरब अमीरात 19 22
20 शिकागो, यूएस 20 25

Tags:

Covid 19genevahong konglondonNew YorkTrending VideoViral News
Advertisement · Scroll to continue

लेटेस्ट खबरें

Advertisement · Scroll to continue