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India News (इंडिया न्यूज), Gun Machine: दुनिया के ज्यादातर देश अब रक्षा के क्षेत्र में खुद को ज्यादा मजबूत बनाने में जुटे हुए हैं। वहीं जापान भी अब इसी राह पर चल रहा है। इजराइल और हमास की जंग के बीच जापान ने एक बिजली से चलने वाली गन मशीन की घोषणा की है। वहीं जापानी नौसेना ने डिफेंस एजेंसी ALTA के साथ मिलकर इसके टेस्ट किया है, जो कि बिल्कुल सफल रहा है। इसके साथ ही एजेंसी ने दावा किया है कि, देश में पहली बार इस रेलगन की टेस्टिंग हुई है। समुद्री जहाज से होने वाली इस टेस्टिंग का वीडियो ALTA ने ट्विटर पर भी पोस्ट किया है। वहीं इसको लेकर जापान का मानना है कि इसे जमीन और समुद्र दोनों तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है। तो चलिए जानते हैं कितनी पावरफुल है यह इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेलगन।
आवाज से 7 गुना तेज स्पीड से चलती है- यह रेलगन एक इलेक्ट्रोमैग्नेटिक हथियार है। यह जिस गति से किसी ध्वनि की आवाज हमारे कानों तक पहुंचती है उससे भी 7 गुना ज्यादा तेज स्पीड से यह काम करती है। इसकी खास बात है यह गन टार्गेट को तबाह करने के लिए यह बिजली का इस्तेमाल करती है।
2016 में बना था यह प्रोटोटाइप- यूरोटाइम्स की रिपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक, जापान के इस 16 एमएम वाली रेलगन के प्रोजेक्ट की शुरुआत 1990 में हुई यहां की एजेंसी ग्राउंड सिस्टम्स रिसर्च सेंटर ने की थी। 2016 में इस एजेंसी ने इसका एक प्रोटोटाइप को तैयार किया था। 2018 में पहली बार वीडियो फुटेज के जरिए यह पुष्टि की गई हुई कि, जापान रेलगन को बनाने की तैयारी कर रहा है। वहीं ALTA ने इसका प्रमाण भी दिया है।
रफ्तार को घटाई-बढ़ाई जा सकेगी- डिफेंस एजेंसी ALTA के मुताबिक, यह 2,230m/s की स्पीड से टार्गेट पर हमला करती है। हालांकि ,इसके बारे में बहुत ज्यादा जानकारी तो नहीं दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, रेलगन कितनी रफ्तार के साथ अपने टार्गेट को ध्वस्त कर सकता है, इसे भी तय किया जा सकेगा।
#ATLA has accomplished ship-board firing test of railgun first time in the world with the cooperation of the JMSDF. To protect vessels against air-threats and surface-threats by high-speed bullets, ATLA strongly promotes early deployment of railgun technology. pic.twitter.com/MG5NqqENcG
— Acquisition Technology & Logistics Agency (@atla_kouhou_en) October 17, 2023
ट्रक में हो सकेगदा फिट- रिपोर्ट के मुताबिक, ALTA का प्लान है कि रेलगन को खास तरह के ट्रक में लगाया जाएगा। दिखने में ठीक वैसे ही लगेगा। हायपर सोनिक मिसाइलों को यह तैयार किया जाता है। इसमें दिलचस्प बात यह है कि रेलगन के इस प्रोजेक्ट को जापान की सरकार ने 2020 में ही खारिज कर दिया था। जापान के मिसाइल डिफेंस सिस्टम को ध्यान में रखते हुए वापस से इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया गया।
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