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H3N8 Bird Flu: H3N8 बर्ड फ्लू से चीन में हुई पहली मौत , डब्ल्यूएचओ ने कही यह बात

Divyanshi Singh • LAST UPDATED : April 12, 2023, 7:10 pm IST

इंडिया न्यूज़:(First human death from H3N8 bird flu) एच3एन8 (H3N8) बर्ड फ्लू से दुनिया में पहली मौत चीन में दर्ज की गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसको लेकर कहा है कि एक चीनी महिला एक प्रकार के बर्ड फ्लू से मरने वाली पहली व्यक्ति बन गई है। जो मनुष्यों में काभी कठिन है। बता दे यह स्ट्रेन लोगों के बीच में नहीं फैल रहा है। डब्लूएचओ ने मंगलवार देर रात एक बयान में कहा कि ग्वांगडोंग के दक्षिणी प्रांत की 56 वर्षीय महिला एवियन इन्फ्लूएंजा के सब-टाइप एच3एन8 से संक्रमित होने वाली तीसरी व्यक्ति थी। ग्वांगडोंग प्रांतीय रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र ने पिछले महीने के अंत में तीसरे संक्रमण की सूचना दी थी लेकिन महिला की मौत का पूरा विवरण नहीं दिया था। डब्लूएचओ ने कहा कि मरीज का जीवित कुक्कुट से संपर्क में आने का इतिहास था।

  • संक्रमित महिला के निकट संपर्क में कोई अन्य मामले नहीं
  • एच3एन8 से संक्रमित होने वाली तीसरी व्यक्ति थी 56 वर्षीय महिला
  • लोगो के बिच नहीं  फैल रहा है यह स्ट्रेन 

पक्षियों में आम है यह बर्ड फ्लू

डब्लूएचओ ने कहा कि बीमार होने से पहले महिला ने वेट मार्केट का दौरा किया था और वेट बाजार से एकत्र किए गए नमूनों में इन्फ्लूएंजा ए (एच 3) के सकारात्मक रिपोर्ट मिले थे। डब्लूएचओ ने सुझाव देते हुए कहा कि यह संक्रमण का स्रोत हो सकता है। हालांकि, एच3एन8 मानव में दुर्लभ है, यह पक्षियों में आम है, लेकिन यह बीमारी का बहुत कम या लगभग नहीं के बराबर संकेत देता है। इसने अन्य स्तनधारियों को भी संक्रमित किया है।

वायरस में  एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैलने की क्षमता नहीं

डब्लूएचओ ने कहा कि संक्रमित महिला के निकट संपर्क में कोई अन्य मामले नहीं पाए गए हैं। डब्ल्यूएचओ ने बयान में कहा कि उपलब्ध जानकारी के आधार पर ऐसा प्रतीत होता है कि इस वायरस में एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैलने की क्षमता नहीं है और इसलिए इसके राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनुष्यों के बीच फैलने का जोखिम कम माना जाता है। हालांकि, सभी एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस की निगरानी महत्वपूर्ण मानी जाती है क्योंकि उनमें विकसित होने और महामारी का कारण बनने की क्षमता होती है।

H3N8 बर्ड फ्लू क्या है?

H3N8 वायरस 1960 के दशक में पहली बार जंगली पक्षियों में पाया गया था, H3N8 वायरस अन्य जानवरों में भी पाया गया है। H3N8 वायरस  उत्तरी अमेरिकी जलपक्षी में के उभरने के बाद, यह 2002 में फिर से एक बार सामने आया और कुत्तों, घोड़ों और मुहरों को संक्रमित करने के लिए जाना गया। मनुष्यों में बर्ड फ़्लू वायरस का प्रसार आमतौर पर जीवित या मृत कुक्कुट और दूषित वातावरण के संपर्क में आने से होता है। बता दे H3N8 वायरस पक्षियों में बेहद आम है।

H3N8 वायरस ने इंसानों को कैसे संक्रमित किया?

अब तक इस वायरस ने तीन लोगों को संक्रमित किया है। जो सभी चीन के रहने वाले हैं। जबकि वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता है, वायरस ने 2022 में दो बच्चों को संक्रमित किया था।

संयुक्त राज्य अमेरिका की सार्वजनिक स्वास्थ्य एजेंसी सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुसार,
“पहला संक्रमण एक बच्चे में हुआ था जो अप्रैल 2022 में अपने घर के पिछे आंगन में मुर्गियों और जंगली बत्तखों के संपर्क में आया था। संक्रमीत बच्चा गंभीर रूप से बीमार हो गया था और उसे अस्पताल में भी भर्ती कराया गया था।

मई 2022 में दूसरा संक्रमण एक और ऐसे बच्चे में पाया गया था जो एक ऐसे बाजार में गया था, जहां जिंदा मुर्गे मौजूद थे। बच्चे में संक्रमण के हलके लक्षण पाए गये थे।

सीडीसी ने इसको लेकर कहा की “पहले दो रिपोर्ट किए गए मामलों के सभी करीबी संपर्कों ने इन्फ्लूएंजा ए वायरस के लिए नकारात्मक परीक्षण किया और दोनों बच्चे ठीक हो गए।”

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