India News (इंडिया न्यूज), Israel-Hamas War Updates: इजरायल-हमास के बीच जारी जंग में गाजा पट्टी पर इजरायल के कठोर एक्शन को लेकर एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र बोला। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि जब से इजरायल ने फिलिस्तीनी समूह हमास के खिलाफ बमबारी शुरू की गई है, तब से उत्तरी गाजा पट्टी में दस लाख से अधिक लोगों को उनके घरों से निकाल दिया गया है।
इजरालय ने बीते शानिवार एक बयान जारी करते हुए उत्तरी गाजा पट्टी के लोगों को 24 घंटे में दक्षिण की ओर जाने के लिए कहा था। जिसके बाद लोग तेजी से विस्थापन कर रहे हैं। वहीं, 24 घंटे खत्म होने के बाद इजरायली सेना ने जमीनी हमले की तैयारी शुरु कर ली। इसके लिए गाजा के बाहरी इलाके में बख्तरबंद गाड़ियाँ जमा कर ली गई हैं।
इन सब के बीच इज़राइल का कहना है कि वह 6 अक्टूबर को इजरायल में किए गए हमलों के प्रतिशोध ले रहा है और वो इस बार हमास को जंड से खत्म कर देगा। बता दें कि हमास हमले में उसके कार्यकर्ताओं और परिचालन केंद्रों को निशाना बना रहा है। हमास के हमले में 1,400 से अधिक इज़राइली मारे गए और हमास ने सैकड़ों का अपहरण कर लिया।
इस मामले में इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को एक बड़ी इमेरजेंसी कैबिनेट मीटिंग बुलाई। इस मीटिंग में पूर्व विपक्षी सांसद शामिल हैं। पीएम ने कहा, “हमास ने सोचा था कि हमें ध्वस्त कर दिया जाएगा। यह हम ही हैं जो हमास को ध्वस्त कर देंगे।”
इज़रायली अधिकारियों ने कहा है कि गाजा पर कोई भी जमीनी हमला राजनीतिक निर्णय पर ही किया जाएगा। हालांकि इस वक्त हमले की तैयारी में इज़राइल ने इजरायल डिफेंस फोर्सेस (आईडीएफ) और इज़राइली वायु सेना (आईएएफ) की संयुक्त ताकत के साथ, 400,000 से अधिक रिजर्व फोर्स तैनात की हैं।
वहीं इजरायल के हमले से गाजा पट्टी को गंभीर हालात से गुजरना पड़ रहा है। गाजा पर लगातार बमबारी में 700 से अधिक बच्चों सहित 2,670 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। इसके अलाव इज़राइल ने गाजा के घनी आबादी वाले इलाकों में पानी- बिजली और भोजन की सपलाई रोक दी है, लेकिन रविवार को दक्षिणी क्षेत्र में पानी बहाल कर दिया।
हमास के हमले के बाद बंधक बनाएं गए 150 इजरायली नागरिकों को छूड़ाने के लिए इजरायल की फोर्स चुनौती का सामना कर रही है। दावा किया जा रहा है कि हमास ने उन्हें सुरंगों और बंकरों में रखा था।
उधर इस युद्ध को लेकर अरब लीग और अफ़्रीकी संघ इजरायल के हमलों को लेकर परेशान है। इनका दावा है कि इजरायल के जमीनी हमलों के गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं। उन्होंने कड़ी चेतावनी जारी की है, यहाँ तक कहा है कि संभावित आक्रमण के परिणामस्वरूप “अभूतपूर्व अनुपात का नरसंहार” होगा।
एक तरफ इजरायल इस वक्त गाजा के साथ जंग में लगा है। वहीं इज़राइल को लेबनान के साथ अपनी उत्तरी सीमा पर अलग युद्ध की संभावना का भी सामना करना पड़ रहा है। इज़राइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा इस मामले में कहा है कि “उत्तर में युद्ध में कोई दिलचस्पी नहीं है”, और वह स्थिति को बढ़ाना नहीं चाहता है।
दरअसल, ईरान समर्थित हिजबुल्लाह समूह के साथ इजरायल की गोलाबारी का विरोध कर रहा है और उसे युद्ध शांति के लिए चुनौती दे रहा है। इजरायल ने इस पर कहा है कि, “अगर हिजबुल्लाह युद्ध का रास्ता चुनता है, तो उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी, लेकिन अगर वह खुद को रोकता है, तो हम स्थिति का सम्मान करेंगे।”
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने तनाव कम करने का आग्रह किया है और हमास से सभी बंधकों को रिहा करने का आग्रह किया है। श्री गुटेरेस ने इज़राइल से गाजा में मानवीय सहायता के लिए मार्ग की अनुमति देने का भी अनुरोध किया, उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र “रसातल के कगार पर” है। गाजा में प्रवेश करने वाली मिस्र-नियंत्रित सीमा राफा के फिर से खुलने की उम्मीद है।
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