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India News (इंडिया न्यूज), Modi US Visit: अमेरिका के डेलावेयर में क्वाड समिट 2024 का आयोजन हो रहा है। क्वाड मीटिंग में चार देशों अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष नेताओं ने हिस्सा लिया। इसके बाद क्वाड ने साझा बयान जारी किया। इस बयान में क्वाड ने उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की निंदा की है। साथ ही रूस का नाम लिए बिना क्वाड ने यूक्रेन में शांति बहाल करने को लेकर अपना बयान जारी किया है। बता दें कि, ईरान प्रतिबंधों के बाद भी यूक्रेन से युद्ध लड़ने के लिए रूस को हथियार सप्लाई करता है। हाल के दिनों में ईरान ने भारत के खिलाफ जहर उगला था। ऐसे में क्वाड का बयान काफी अहम है।
बता दें कि, 16 सितंबर को ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई ने गाजा और म्यांमार के साथ भारत को भी उन जगहों की सूची में शामिल किया था। जहां मुसलमान बुरे हालात का सामना कर रहे हैं। मामले को लेकर खामेनेई ने कहा था कि अगर हम म्यांमार, गाजा, भारत या किसी अन्य जगह पर मुसलमानों को हो रही पीड़ा से अनभिज्ञ हैं तो हम खुद को मुसलमान नहीं मान सकते। ऐसे में क्वाड की ओर से जारी बयान भारत के पक्ष में जा रहा है।
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हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब ईरान के सर्वोच्च नेता ने भारत के लिए इस तरह के बयान दिए हों। साल 2020 में जब भारत की राजधानी दिल्ली में दंगे भड़के थे, तब भी खामेनेई ने भारत से मांग की थी कि वह “मुसलमानों का नरसंहार” बंद करे।
क्वाड ने अपने संयुक्त बयान में कहा कि, “हम उन देशों के बारे में गहरी चिंता व्यक्त करते हैं जो उत्तर कोरिया के साथ सैन्य सहयोग बढ़ा रहे हैं, जो सीधे तौर पर कोरियाई प्रायद्वीप के परमाणु निरस्त्रीकरण को कमजोर करता है। वैश्विक अप्रसार व्यवस्था के लिए रूस को जिम्मेदार ठहराया गया है। इसने रूस को निशाना बनाया, जिसने हाल ही में उत्तर कोरिया के साथ सैन्य सहयोग बढ़ाया है। इसे इस संभावना के संदर्भ में समझा जा रहा है कि मॉस्को प्योंगयांग को उन्नत सैन्य तकनीक मुहैया कराएगा। बदले में वह भारी मात्रा में गोला-बारूद और मिसाइलें मुहैया कराएगा, साथ ही उत्तर कोरिया की परमाणु और मिसाइल तकनीक को दूसरे देशों तक पहुंचाएगा।
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