India News (इंडिया न्यूज), Bangladesh News: बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा और बर्बरता की घटनाओं में तेजी से वृद्धि के बीच, मानवाधिकार उल्लंघनों के बारे में चिंता जताते हुए भारत की संसद में सवाल पूछे गए। कुछ सवालों में यह भी शामिल था कि, क्या बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों और देवी-देवताओं को अपवित्र करने और उन्हें नुकसान पहुंचाने की घटनाओं में वृद्धि हुई है और क्या भारत सरकार ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के साथ इस मुद्दे को उठाया है। बांग्लादेश सरकार की प्रतिक्रिया और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ढाका द्वारा किए गए प्रयासों के बारे में जवाब मांगे गए।
बांग्लादेश के हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमलों को स्वीकार करते हुए विदेश राज्य मंत्री ने सांसदों से कहा कि “पिछले कुछ महीनों में बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों और देवताओं को अपवित्र करने और नुकसान पहुंचाने की कई घटनाएं सामने आई हैं।
Bangladesh Government In Parliament (संसद में बांग्लादेश सरकार ने कही ये बात)
भारत सरकार ने ढाका के तांतीबाजार में पूजा मंडप पर हमले और दुर्गा पूजा 2024 के दौरान सतखीरा में जेशोरेश्वरी काली मंदिर में चोरी सहित ऐसी घटनाओं पर अपनी चिंता व्यक्त की है। सरकार ने बांग्लादेश सरकार से हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों और उनके पूजा स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी आह्वान किया है।”
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सांसदों के सवालों के जवाब में विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने सांसदों से कहा कि “अल्पसंख्यकों सहित बांग्लादेश के सभी नागरिकों के जीवन और स्वतंत्रता की सुरक्षा की प्राथमिक जिम्मेदारी बांग्लादेश सरकार की है।”अक्टूबर की शुरुआत में सतखीरा के श्यामनगर में जेशोरेश्वरी मंदिर से देवी काली का मुकुट चोरी हो गया था।
यह मुकुट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मार्च, 2021 में मंदिर की अपनी यात्रा के दौरान उपहार में दिया था। चोरी दिन के उजाले में हुई, जोकि दोपहर 2.00 बजे से 2.30 बजे के बीच हुई थी। मंदिर के पुजारी दिलीप मुखर्जी के दिन की पूजा के बाद चले जाने के बाद। बाद में सफाई कर्मचारियों ने पाया कि देवी के सिर से मुकुट गायब था।