Earthquake: म्यांमार में एक बार फिर डोली धरती, 5.1 दर्ज की गई भूकंप की तीव्रता, दहशत में आए लोग
Earthquake: म्यांमार में शुक्रवार को आए विनाशकारी भूकंप के एक दिन बाद शनिवार को फिर 5.1 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के अनुसार, राजधानी नेपीडॉ के पास दोपहर 2:50 बजे भूकंप आया, जिसकी गहराई 10 किलोमीटर थी।
India News (इंडिया न्यूज), Earthquake: म्यांमार में शुक्रवार को आए विनाशकारी भूकंप के एक दिन बाद शनिवार को फिर 5.1 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के अनुसार, राजधानी नेपीडॉ के पास दोपहर 2:50 बजे भूकंप आया, जिसकी गहराई 10 किलोमीटर थी। पिछले दिनों म्यांमार में आए शक्तिशाली भूकंपों में 1,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लोग घायल हुए हैं। शनिवार को आए 5.1 तीव्रता के भूकंप ने लोगों की चिंता और बढ़ा दी है। इस नए भूकंप से हुए नुकसान की अभी पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन यह उसी इलाके में आया है, जहां शुक्रवार को भारी तबाही हुई थी।
भूकंप के कारण और प्रभाव
विशेषज्ञों के अनुसार, म्यांमार भूकंपीय रूप से सक्रिय क्षेत्र में स्थित है और यहां भूकंप आना आम बात है। लेकिन हाल के दिनों में आए झटकों की तीव्रता और आवृत्ति ने लोगों को दहशत में डाल दिया है।
शुक्रवार को आए 6.8 और 7.1 तीव्रता के भूकंप ने कई इमारतों को नष्ट कर दिया था।
भूकंप प्रभावित इलाकों में बचाव अभियान जारी है, लेकिन लगातार आ रहे झटकों के कारण राहत कार्य में बाधा आ रही है।
स्थानीय प्रशासन और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां म्यांमार को राहत पहुंचाने में जुटी हैं।
लोगों में डर का माहौल
म्यांमार के लोग अभी भी दहशत में हैं। कई लोग अपने घरों के बाहर खुले स्थानों पर रातें बिता रहे हैं, क्योंकि उन्हें डर है कि और भी झटके आ सकते हैं। राहत और बचाव दल मलबे में दबे लोगों को बचाने की लगातार कोशिश कर रहे हैं।
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सरकार और राहत एजेंसियों की प्रतिक्रिया
म्यांमार सरकार और अंतरराष्ट्रीय राहत संगठन स्थिति पर नजर रख रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र और कई देशों ने म्यांमार को मदद की पेशकश की है।
रेड क्रॉस और अन्य राहत संगठन भूकंप प्रभावित इलाकों में भोजन, पानी और चिकित्सा सहायता पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं।
इंजीनियरों और वैज्ञानिकों की टीमें इस बात की जांच कर रही हैं कि लगातार आ रहे झटकों की वजह क्या है और क्या भविष्य में और बड़े झटके आने की आशंका है।