India News (इंडिया न्यूज),Saudi Arabia:सऊदी अरब में भारी बारिश और बाढ़ के चलते मक्का, रियाद, जेद्दा और मदीना जैसे बड़े शहरों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। सऊदी के बड़े हिस्से में सोमवार से बारिश शुरू हो गई है, इसके बुधवार तक जारी रहने की उम्मीद है। तेज हवाओं और ओलावृष्टि के साथ भारी बारिश ने सामान्य जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। पिछले कुछ सालों में सऊदी अरब के मौसम में काफी बदलाव आया है। एक तरफ हजारों सालों से रेतीली जमीन पर हरी घास उग रही है, वहीं दूसरी तरफ रिमझिम बारिश के लिए तरस रहे शहरों को भारी बारिश और बाढ़ का सामना करना पड़ रहा है।
मौसम विज्ञानियों का मानना है कि इस बदलाव के पीछे जलवायु परिवर्तन है। वहीं कुछ लोगों का मानना है कि यह पैगंबर मोहम्मद की भविष्यवाणी का पूरा होना है। सऊदी के राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने कई शहरों के लिए भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। रियाद, मक्का, अल-बहा और तबुक क्षेत्र खराब मौसम का सामना कर रहे हैं। मदीना में भारी बारिश और अचानक आई बाढ़ ने पूरे क्षेत्र को अस्त-व्यस्त कर दिया है। मक्का में आपदा प्रबंधन केंद्र ने अलर्ट जारी किया है। मौसम में यह बदलाव एक बड़े तूफानी सिस्टम का हिस्सा है, जिसने इस क्षेत्र में पहले ही काफी उथल-पुथल मचा दी है।
Heavy Rain Flood in Saudi Arabia
Massive floods due to extreme rainfall in Mecca, Saudi Arabia. pic.twitter.com/OAzMNjvaD1
— Globe Eye News (@GlobeEyeNews) August 6, 2024
Jeddah, Saudi Arabia drowns in flood after 246mm of rainfall in span of 10 hours. Rain rate peaked at 900mm/hr there at private PWS. pic.twitter.com/K829Y7y4vH
— babar kazmi (@kazmibabar) November 24, 2022
सऊदी अरब के बड़े शहरों में बाढ़ और रेगिस्तानी इलाकों में हरियाली देखकर दुनिया हैरान है। इस घटना को पैगंबर मोहम्मद की एक भविष्यवाणी से जोड़कर कहा जा रहा है कि कयामत का दिन नजदीक है। लोग सोशल मीडिया पर सऊदी शहरों में बाढ़ और हरियाली की तस्वीरें शेयर कर रहे हैं और कह रहे हैं कि पैगंबर ने यही कहा है।
सोशल मीडिया पर पैगंबर मोहम्मद के एक कथन का जिक्र किया जा रहा है। इसमें कहा गया है कि पैगंबर ने 1400 साल पहले कहा था, ‘कयामत का दिन तब तक नहीं आएगा जब तक लोगों के पास बहुत सारा धन न हो जाए। इतना कि आदमी जकात देना चाहे लेकिन उसे लेने वाला कोई न मिले। वहीं, इसका दूसरा संकेत यह है कि कयामत से पहले अरब की धरती फिर से घास के मैदानों और नदियों में बदल जाएगी। ये पवित्र शहर जो कभी हरियाली से भरे थे, फिर से हरे हो जाएंगे।’
मक्का और मदीना जाने वाले तीर्थयात्री भी इन शहरों में बारिश और रेगिस्तान में हरियाली देखकर हैरान हैं। इस्लाम को मानने वाले लोग इसे कयामत का संकेत मान रहे हैं। दूसरी ओर भूगर्भशास्त्रियों का कहना है कि भारी बारिश और हरियाली की वापसी जलवायु परिवर्तन के कारण हो रही है। विशेषज्ञ इसे गंभीरता से लेने की चेतावनी दे रहे हैं।
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