India News (इंडिया न्यूज),Pakistan: नए साल की शुरुआत के साथ ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के कई सदस्य बदल गए हैं। अब पाकिस्तान इसमें अस्थायी सदस्य के तौर पर शामिल हो गया है। आज यानी 1 जनवरी 2025 से पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के अस्थायी सदस्य के तौर पर अपना दो साल का कार्यकाल शुरू कर दिया। इस दौरान राजदूत मुनीर अकरम ने कहा कि पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल दुनिया के सामने मौजूद बड़ी चुनौतियों के समाधान में ‘सक्रिय और रचनात्मक’ भूमिका निभाएगा।
अकरम ने सरकारी समाचार एजेंसी एपीपी (एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान) से कहा कि सुरक्षा परिषद में हमारी मौजूदगी महसूस की जाएगी। पाकिस्तान 2025-26 में सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य होगा। अकरम ने कहा कि हम ऐसे समय में परिषद के सदस्य बन रहे हैं, जब वैश्विक राजनीति उथल-पुथल के दौर से गुजर रही है। यूरोप, मध्य पूर्व, अफ्रीका और अन्य जगहों पर युद्ध चल रहे हैं और हथियारों की होड़ तेजी से बढ़ रही है।
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पाकिस्तान ने जापान की जगह ली है, जिसके पास वर्तमान में सुरक्षा परिषद में एशियाई सीट है, जो अंतरराष्ट्रीय शांति स्थापित करने और उसे बनाए रखने का एक प्राथमिक साधन है।
पाकिस्तान को आठवीं बार 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद की अस्थायी सदस्यता मिली है। जून में पाकिस्तान को बहुमत से अस्थायी सदस्य चुना गया था। 193 सदस्यीय महासभा में पाकिस्तान को 182 वोट मिले, जो जरूरी 124 वोटों से कहीं ज्यादा थे।पाकिस्तान इससे पहले 2012-13, 2003-04, 1993-94, 1983-84, 1976-77, 1968-69 और 1952-53 में सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य रह चुका है।
UNSC में कुल 15 सदस्य देश हैं, जिनमें 5 स्थायी और 10 अस्थायी हैं। स्थायी सदस्यों में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस और चीन शामिल हैं। सुरक्षा परिषद में 10 अस्थायी देश 2 साल के लिए शामिल किए जाते हैं। इनका चयन बारी-बारी से क्षेत्रीय आधार पर होता है। 5 सीटें अफ्रीकी और एशियाई देशों को, एक पूर्वी यूरोपीय देशों को, दो लैटिन अमेरिकी और कैरेबियाई देशों को तथा दो पश्चिमी यूरोपीय और अन्य देशों को आवंटित की गई हैं।