India News (इंडिया न्यूज़), Pakistan Polls: पाकिस्तान में आम चुनाव नतीजों में देश के प्रमुख राजनीतिक दलों के कड़ी प्रतिस्पर्धा में बने रहने को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या पाकिस्तान इस बार नया प्रधानमंत्री पाने में कामयाब होगा? पाकिस्तान के राष्ट्रीय चुनावों में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है। चुनाव के बाद किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला, पाकिस्तान में राजनीतिक सत्ता के खिलाड़ी नई सरकार बनाने के लिए काम करने में व्यस्त हैं। यह तब आया है जब नतीजों से त्रिशंकु संसद बनी है, जहां किसी भी पार्टी के पास अकेले शासन करने के लिए पर्याप्त सीटें नहीं हैं।
नवाज़ शरीफ़ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज़ (पीएमएल-एन) जिसका नेतृत्व उनके भाई शहबाज शरीफ कर रहे हैं । पीएमएल-एन ने गठबंधन की संभावनाएं तलाशने के लिए अन्य दलों के साथ परामर्श करना शुरू कर दिया है, वहीं बिलावल भुट्टो ज़रदारी के नेतृत्व वाली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी भी रणनीति बना रही है और लाहौर और इस्लामाबाद में महत्वपूर्ण बैठकें कर रही है।
इस बीच इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने एक अलग रुख अपनाया है और ‘चोरी’ वोटों का आरोप लगाते हुए देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पीटीआई प्रमुख गौहर अली खान ने रविवार को रिटर्निंग ऑफिसर्स (आरओ) के खिलाफ देश भर में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानियों को 8 फरवरी के चुनावों के बाद पाकिस्तान के पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान के “गुलामी को अस्वीकार्य” दृष्टिकोण पर पूरा भरोसा था।
इस बीच गौहर अली खान ने दावा किया कि राष्ट्रपति आरिफ अल्वी अभी भी पीटीआई को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करेंगे। हालांकि स्वतंत्र उम्मीदवारों जिनमें से ज्यादातर खान समर्थित हैं, ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाया है।
लगभग 128 मिलियन पात्र मतदाताओं में से लाखों पाकिस्तानियों ने देशव्यापी इंटरनेट और मोबाइल शटडाउन, छिटपुट राजनीतिक हिंसा और खैबर पख्तूनख्वा में घातक आतंकवादी हमले के बीच अपने प्रतिनिधियों को चुनने के अपने अधिकार का प्रयोग किया।
बता दें 266 सीटों वाली नेशनल असेंबली में अब तक इमरान ख़ान (पाकिस्तान तहरीक़े-इंसाफ़, पीटीआई) समर्थित 93 उम्मीदवारों को जीत मिली है, वहीं नवाज़ शरीफ़ के नेतृत्व वाली पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज़ (पीएमएल-एन) को 75 सीटों पर, बिलावल भुट्टो ज़रदारी के नेतृत्व वाली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) को 54 सीटों पर और 42 सीटों पर अन्य उम्मीदवारों को जीत मिली है (इनमें 17 सीटों पर एमक्यूएम के उम्मीदवारों की जीत हुई है)।
चुनाव जीतने वाले निर्दलीय उम्मीदवारों की संख्या 101 है। माना जा रहा है कि इनमें अधिकतर इमरान ख़ान की पार्टी के समर्थन से जीते हैं।
इसके साथ ही अब पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) केंद्र और पंजाब में गठबंधन सरकार बनाने पर सहमत हो गए हैं, जिसके बाद पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के अध्यक्ष शहबाज शरीफ ने पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो से मुलाकात की और पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने उन्हें पाकिस्तान के लिए मिलकर काम करने के लिए आमंत्रित किया।
जियो न्यूज के मुताबिक, पीएमएल-एन अध्यक्ष शाहबाज ने पंजाब के कार्यवाहक मुख्यमंत्री मोहसिन नकवी के आवास पर पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की। खबरों के मुताबिक, शहबाज ने जरदारी के साथ वर्तमान परिदृश्य और भविष्य की सरकार के गठन पर चर्चा की और दो पीपी नेताओं को पाकिस्तान में राजनीतिक और आर्थिक स्थिरता के लिए पीएमएल-एन नेतृत्व के साथ बैठने के लिए कहा। जरदारी और शहबाज कथित तौर पर पंजाब और केंद्र में सरकार बनाने पर सहमत हो गए हैं।
स्थानीय मीडिया ने यह भी बताया है कि पीएमएल-एन और एमक्यूएम-पी अगली सरकार में साथ मिलकर काम करने के लिए एक ‘सैद्धांतिक’ समझौते पर पहुंच गए हैं। पाकिस्तान के द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि एमक्यूएम-पी ने पीएमएल-एन के सत्ता में रहने पर सिंध के गवर्नर पद की मांग की है।
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