ADVERTISEMENT
होम / विदेश / Russia Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध में भारतीय शख्स की गई जान, सिक्योरिटी हेल्पर के तौर पर हुआ था भर्ती

Russia Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध में भारतीय शख्स की गई जान, सिक्योरिटी हेल्पर के तौर पर हुआ था भर्ती

BY: Himanshu Pandey • LAST UPDATED : March 7, 2024, 1:48 am IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

Russia Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध में भारतीय शख्स की गई जान, सिक्योरिटी हेल्पर के तौर पर हुआ था भर्ती

Russia Ukraine War

India News (इंडिया न्यूज), Russia Ukraine War: भारत के हैदराबाद शहर के निवासी 30 वर्षीय असफान की रूस-यूक्रेन युद्ध में मृत्यु हो गई। असफान को सुरक्षा सहायक होने का बहाना करके रूसी सेना में शामिल किया गया था, लेकिन उसे धोखा दिया गया और यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध में भेज दिया गया। यूक्रेन में एक हमले में उनकी मौत हो गई। मोहम्मद असफान ने हाल ही में बताया था कि एजेंट ने उन्हें झूठ बोलकर रूसी सेना में भर्ती करा दिया था. परिवार ने हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी से भी मदद की गुहार लगाई थी। इसके बाद ओवैसी ने मॉस्को स्थित भारतीय दूतावास से संपर्क कर असफान के बारे में जानकारी मांगी, तब अधिकारियों ने युद्ध क्षेत्र में उसकी मौत की पुष्टि की है।

30 साल के असफान  की हुई मौत

रूस-यूक्रेन युद्ध में किसी भारतीय की यह पहली मौत नहीं है। फरवरी के आखिर में रूस में एक भारतीय की मौत हो गई, 23 साल का यह युवक गुजरात का रहने वाला था और रूसी सेना में सुरक्षा सहायक के तौर पर शामिल हुआ था। हमले में बच निकले एक अन्य भारतीय कर्मचारी ने कहा कि गुजरात का एक 23 वर्षीय व्यक्ति, जिसे रूसी सेना ने सुरक्षा सहायक के रूप में नियुक्त किया था, 21 फरवरी को यूक्रेनी हवाई हमले में मारा गया था। वह रूस-यूक्रेन सीमा पर डोनेट्स्क क्षेत्र में तैनात थे। जब मिसाइल से हमला हुआ तो उन्हें गोली चलाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा था। इस हमले में युवक की जान चली गई।

ये भी पढ़ें- Mahashivratri 2024: महाशिवरात्रि के उत्सव में जगमगाया न्यूयॉर्क, टाइम्स स्क्वायर पर गूंजा ‘हर हर महादेव’

रूस में फंसे भारतीय को निकालने की मांग

बता दें कि, रूस में फंसे भारतीय युवाओं के परिवार लगातार भारत सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं। इन परिवारों की केंद्र सरकार और विदेश मंत्रालय से मांग है कि रूस में फंसे लोगों को वापस लाया जाए और धोखे से उन्हें भेजने वाले एजेंटों पर कार्रवाई की जाए। परिजनों के मुताबिक इन एजेंटों ने युवा सेना में सहायक के तौर पर नौकरी दिलाने की बात कही थी, जिसका लड़ाई से कोई संबंध नहीं होगा। रूस पहुंचने के बाद उन्हें सेना में शामिल कर लड़ने के लिए भेजा जा रहा है।

ये भी पढ़ें- Lok Sabha Election 2024: उद्धव के गढ़ में ओवैसी की होगी एंट्री? इन 10 बड़ी सीटों पर चुनाव लड़ने का कर रहे प्लान

Tags:

India newsrussia ukraine war

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT