संबंधित खबरें
ICC के फैसले का नहीं पढ़ रहा नेतन्याहू पर असर, लेबनान में लगातार बह रहा मासूमों का खून…ताजा हमलें में गई जान बचाने वालों की जान
पीएम जस्टिन ट्रूडो को आई अकल, भारतीयों के सामने झुकी कनाडा की सरकार…एक दिन बाद ही वापस लिया ये फैसला
जहां पर भी फटेगा परमाणु बम…तबाह हो जाएगा सबकुछ, यहां जाने उस विनाश और उसके प्रभाव के बारे में
अगर दोस्त पुतिन ने फोड़ा परमाणु बम…तो भारत पर क्या होगा असर? मिट जाएगा इन देशों का नामो-निशान
भारत के नेताओं की स्कीमें कॉपी कर रहे 'दुश्मन' Trudeau, पापों का पश्चाताप करने को निकाली नई योजना? आंखें फाड़े रह गई जनता
वाकई फटने वाला है परमाणु बम? अचानक गायब हुए Putin, लीक हो गया 12 दिनों का सच…ताकतवर देशों के माथे पर पसीना
India News (इंडिया न्यूज़), Un report: संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट सामने आयी है। जिसमें कहा गया कि, “भारत में 40 प्रतिशत से अधिक बुजुर्ग सबसे ज्यादा गरीब संपत्ति वर्ग में हैं।” साथ ही रिपोर्ट ने यह भी दावा किया है कि उनमे से लगभग 18.7 प्रतिशत बिना आय के ही रहते हैं।
यूएनएफपीए की इंडिया एजिंग रिपोर्ट (Un report) 2023 के मुताबिक, “बुजुर्गों में गरीबी का यह स्तर उनके जीवन की गुणवत्ता और स्वास्थ्य देखभाल के उपयोग को प्रभावित कर सकता है।”
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि, 17 राज्यों में यह अनुपात राष्ट्रीय स्तर से ऊपर रहा, उत्तराखंड में यह 19.3 फीसदी से लेकर लक्षद्वीप में 42.4 फीसदी तक है। साथ ही वृद्ध महिलाओं में उच्च जीवन प्रत्याशा है, जो कई देशों के पैटर्न की तरह ही है। राजस्थान, हरियाणा, गुजरात, केरल, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर जैसे राज्य में 60 साल की महिलाओं की जीवन प्रत्याशा 20 वर्ष से अधिक है। इससे उनकी सामाजिक और आर्थिक भलाई के बारे में चिंताएं काफी बढ़ गई है।
बता दें कि, रिपोर्ट में 2014 से 2021 तक कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व पहल के तहत बुजुर्गों पर 1259.6 बिलियन खर्च करने का खुलासा हुआ है जो सात वर्षों में 182 प्रतिशत की वृद्धि है।
ये भी पढ़े-
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.