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India News (इंडिया न्यूज), Vivek Ramaswamy: विदेशों में हिंदू धर्म के अनुयायियों को लेकर इस समय एक नई बहस छिड़ गई है। इस संदर्भ में अमेरिका के जॉर्जिया स्टेट में सीनेट का चुनाव लड़ रहे रिपब्लिकन उम्मीदवार विवेक रामास्वामी की एक हालिया बातचीत काफी चर्चा में है। बातचीत में एक अमेरिकी नागरिक द्वारा हिंदू धर्म को दुष्ट और मूर्तिपूजक करार दिए जाने पर रामास्वामी ने सख्त प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सवाल उठाया कि हर बार हिंदुत्व ही निशाने पर क्यों होता है? यह घटना अमेरिका में धार्मिक असहिष्णुता को उजागर करती है, खासकर जब इसकी तुलना भारत से की जाती है।
रामास्वामी ने शांतिपूर्ण तरीके से अपने धर्म का बचाव किया, बजाय इसके कि बातचीत को उग्र बनाएं या कानूनी रास्ता अपनाएं। उन्होंने इस अवसर को एक संदेश के रूप में प्रयोग किया जो हिंदू दर्शन में निहित गहन सहिष्णुता को दुनिया के सामने लाता है। अमेरिका में कुछ कट्टरपंथी समूह गैर-अब्राहमी धर्मों, विशेष रूप से हिंदू धर्म, को निशाना बनाते रहे हैं, उन्हें मूर्तिपूजक या अमेरिकी मूल्यों के खिलाफ करार देते रहे हैं। इसके बावजूद, हिंदू धर्म कभी भी वह आक्रोश नहीं दिखाता जैसा कि इस्लाम या ईसाई धर्म पर किए गए हमलों पर देखा जाता है।
Some on the left reject Thomas Jefferson because he was a “slaveholder.” Some on the right reject him because he was a “deist” & “an enemy of Christianity.” Both are foolish. A fun teaching moment tonight. 🇺🇸 pic.twitter.com/kpuXMJhz95
— Vivek Ramaswamy (@VivekGRamaswamy) October 16, 2024
लेबर डे वीकेंड पर न्यू हैम्पशायर में एक मतदाता ने रामास्वामी के धर्म के बारे में पूछा, जिसके जवाब में उनसे अमेरिका में धार्मिक स्वतंत्रता के महत्व के बारे में पूछा गया। रामास्वामी से ये सवाल पिछले हफ्ते शनिवार को नेवादा में डेमोक्रेटिक पार्टी के चुनाव प्रचार के दौरान पूछे गए थे। इस दौरान जब उनसे ईसा मसीह के बारे में उनकी राय पूछी गई तो उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म में ईसा मसीह ईश्वर के पुत्र हैं। उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म सभी को साथ लेकर चलने की बात करता है, लेकिन फिर भी दुनिया के कई देशों में हिंदुओं को लगातार निशाना बनाया जाता है। दरअसल लेबर डे वीकेंड पर न्यू हैम्पशायर में एक मतदाता ने रामास्वामी के धर्म के बारे में पूछा, जिसके जवाब में उनसे अमेरिका में धार्मिक स्वतंत्रता के महत्व के बारे में पूछा गया- “मैं एक हिंदू हूं और मुझे इस पर गर्व है। मैं बिना किसी माफी के इसके लिए खड़ा हूं। मुझे लगता है कि मैं धार्मिक स्वतंत्रता के रक्षक के रूप में और भी आगे जा पाऊंगा।”
रामास्वामी के बयान के बाद अमेरिका में हिंदुओं को टारगेट करने के मुद्दे पर बहस तेज हो गई है। लेबर डे वीकेंड पर न्यू हैम्पशायर में एक मतदाता ने रामास्वामी से उनके धर्म के बारे में पूछा, जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि वे हिंदू हैं और उन्हें इस पर गर्व है। उनका मानना है कि धार्मिक स्वतंत्रता के रक्षक के रूप में वे अधिक आगे बढ़ सकते हैं। विवेक रामास्वामी ने अपनी पढ़ाई स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में की है और जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी लॉ सेंटर से उन्होंने जे.डी. की डिग्री प्राप्त की है। उन्होंने चुनावी अभियान के लिए 280 हजार डॉलर से अधिक राशि जुटाई है।
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