इंडिया न्यूज़ (दुमका, Maruti kumari of dumka jharkhand dead): झारखण्ड के दुमका की रहने वाली मारुती कुमारी ज़िन्दगी की जंग हार गई। उसे 6 -7 अक्टूबर को पेट्रोल डाल कर जला दिया गया था। परिजनों के आरोपी संजय राउत की फांसी की मांग की है। यह मामला दुमका के जरमुंडी थाना के भालकी गांव का है.
झारंखड के दुमका की एक और बेटी को पेट्रोल डालकर मार दिया गया। गंभीर हालत में दुमका से रांची रिम्स में भर्ती पीड़िता को नहीं बचाया जा सके। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। सनकी प्रेमी ने पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दिया था।परिजनों ने कहा- आरोपी को फांसी की सजा मिले।#Jharkhand pic.twitter.com/zTEE5mdALZ
— Sohan singh (@sohansingh05) October 7, 2022
यहां की निवासी मारुति कुमारी को प्रेमी राजेश राउत (Rajesh Raut) जो पहले से शादीशुदा था, 6 -7 अक्टूबर की रात लड़की को पेट्रोल डालकर जला दिया था। उसे गंभीर हालत में दुमका के फूलों झानो मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती किया गया। जहां प्राथमिक इलाज के बाद उसे राजधानी रांची के रिम्स (RIIMS) अस्पताल रेफर कर दिया गया था। जहाँ उसकी मृत्यु हो गई.
मारुति कुमारी और राजेश राउत 2019 से दोस्त थे। साल 2022 के फरवरी में आरोपी राजेश की शादी हो गई थी। अभी मारुती के घरवालों भी उसकी शादी के लिए रिश्ते की तलाश कर रहे थे। लेकिन राजेश ने धमकी दी थी कि अगर मारुती की शादी उसे से नही हुई तो वह दुमका में हुए पेट्रोल कांड की तरह लड़की को जला देगा। इससे बाद यह घटना हुई। आरोपी राजेश ने मारुति के घर में दरवाजा तोड़कर प्रवेश किया और घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो गया। आरोपी राजेश जिले के रामगढ़ थानाक्षेत्र के महेशपुर गांव का रहने वाला है.
बाबूलाल मरांडी ने दुःख जताया
दुमका की अंकिता की तरह पेट्रोल डाल जला दी गई जरमुंडी की पीड़िता मारूती कुमारी भी जिंदगी की जंग हार गई।
ना जाने इस राज्य में कितनी बेटियां ध्वस्त हो चुके कानून व्यवस्था की कीमत जान गंवाकर चुकाएगी?
अत्यंत दुःखद।
परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं।
विनम्र श्रद्धांजलि।
ॐ शांति।— Babulal Marandi (@yourBabulal) October 7, 2022
यहाँ आपको यह बता दें कि बीते 23 अगस्त को भी दुमका शहर में 16 साल की छात्रा के साथ यह घटना घटी थी। दरअसल, 12वी कक्षा में पढ़ने वाली लड़की के शरीर पर पेट्रोल छिड़क कर जलाने की कोशिश की गई थी और इलाज के दौरान लड़की की मौत भी हो गई थी। इस मामले में झारखण्ड सरकार पर सही इलाज उपलब्ध नही करवाने के आरोप लगे थे। अभी यह मामला शांत भी नहीं हुआ था कि फिर से दुमका में ऐसी घटना घटी.