इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
पहले के समय में लोगों को अपने छोटे से बड़े काम के लिए पूरा दिन लग जाता था। लेकिन जैसे-जैसे समय आगे बढ़ रहा है। वैसे-वैसे डिजिटल सुविधाएं भी मिलने लगी हैं। बता दें डिजिटल के जमाने में अब घंटों डॉक्टर से मिलने का इंतजार भी कम होता जा रहा है। अब घर बैठे डॉक्टर से बात करने की सहूलियत ने समय और पैसे दोनों की बचत की है। आज हम आपको इस लेख के जरिए बताएं कि टेली मेडिसिन (tele medicines ) सुविधा के बारे में। इस सुविधा से डॉक्टर से बात करना और दवाइयां लेना कैसे आसान हो गया है।
टेली मेडिसिन सुविधा में वीडियो कॉल के जरिए डॉक्टर से सलाह लेनी होती है, इसलिए अपॉइंटमेंट मिस नहीं होता। देर रात किसी भी समस्या के दौरान डॉक्टर की सलाह मिल जाती है और परिवार राहत महसूस करता है। छोटे शहर में रहकर भी बड़े शहरों के विशेषज्ञों से वीडियो के जरिए स्वास्थ पर सलाह ली जा सकती है। बेवजह हॉस्पिटल या क्लिनिक जाने की जरूरत नहीं पड़ती, जिससे समय और पैसे दोनों बचाते हैं।
2021 में केंद्र सरकार ने भी डिजिटल हेल्थ केयर पर तेजी से काम करना शुरू किया है, जिसके बाद से कई सरकारी हॉस्पिटल में टेली-मेडिसिन की सुविधा शुरू हो चुकी है। टेली मेडिसिन सुविधा की शुरूआत कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान केंद्र सरकार ने की थी। यह सुविधा इसलिए दी गई थी ताकि कोरोना संक्रमित मरीज घर बैठे डॉक्टर की सलाह ले सके और लो इम्युनिटी वाले लोगों को संक्रमण से सुरक्षित रखा जा सके।
(tele medicines facilities for women) महिलाओं के साथ कई शारीरिक समस्या होती है, जिसे वह घर के पुरुषों से बात करने में संकोच करती हैं। इसी झिझक की वजह से कई बार सेहत की छोटी-छोटी परेशानियां गंभीर रूप ले लेती हैं। ऐसे में महिलाओं के लिए यह सुविधा बेहतर है। टेली-मेडिसिन के जरिए महिलाएं बेझिझक खुलकर अपनी समस्या बता सकती हैं और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर के पास चेकअप और दवाओं के लिए जा सकती हैं।
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