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India News (इंडिया न्यूज़), Benefits of Mustard Seeds, दिल्ली: सरसों के तेल के फायदों के बारे में तो आपने कई बार सुना होगा। कहा जाता है सरसों का तेल सबसे शुद्द तेल होता है। वहीं सरसों के तेल का स्वाद भी लोग सबसे ज्यादा पसंद करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सरसों के तेल की तरह ही सरसों के बीज में भी कई गुण पाए जाते हैं। जो आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकते हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको उन्हीं फायदों के बारे में विस्तार में बताएंगे।
वैसे तो आप सरसों के बीज को कई तरह से इस्तेमाल करते ही होंगे। जैसे कि कभी किसी खास रेसिपी में, कभी तङका लगाने के लिए तो कभी पेस्ट बनाकर सब्जी में डालने के लिए। वहीं बात अगर सर्दियों की करें तो सर्दियों में आप सरसों का साग भी खूब खाते होंगे।
आज हम बात करेंगे सरसों के बीजों के सेवन से होने वाले फायदों के बारे में। जी हां दोस्तों सरसों के बीजों को चबाने से भी सेहत को काफी फायदे होते हैं। वहीं दोस्तों सरसों कई तरह की होती हैं, जैसे पीली, काली और भूरी सरसों। भूरी या काली दिखने वाली सरसों को राई भी कहा जाता हैं। राई को अचार में भी इस्तेमाल किया जाता हैं और पीली सरसों के बीजों और फूलों से तेल निकाला जाता है। तो चलिए जानते हैं सरसों के बीजों को चबाने से क्या फायदे होते हैं।
सरसों का तेल हेल्थ के लिए सबसे बेस्ट है। यह तेल जितना शुद्ध होगा, उतना ही इसका फायदा भी मिलेगा। ठीक इसी तरह जब आप थोड़ा सा सरसों के बीजों को चबाकर खाते हैं, तो इससे आपका हार्ट फिट रहता है। इससे आर्टरीज चौड़ी होती हैं जिससे इनमें ब्लॉकेज नहीं होता है।हार्ट डिजीज जैसे हार्ट अटैक, कार्डियक अरेस्ट होने का रिस्क भी कम हो जाता है।
सरसों के बीज दाद खाज सरसों खुजली की परेशानी को भी दूर करते हैं। दरअसल एंटी-सेप्टिक, एंटीबैक्टीरियल तत्वों से भरपूर सरसों के बीज स्किन से संबंधित बीमारियों जैसे दाद, खाज, खुजली को भी दूर करते हैं। यही वजह है कि सालों से सरसों के तेल से शरीर की मालिश की जाती है। इससे स्किन हेल्दी रहती है। इसके लिए आप सरसों के बीजों को पानी में फुला लें और इसे चबाकर खाएं। आप इसका पेस्ट बनाकर दाद, खुजली वाली जगह पर भी लगा सकते हैं। इससे आपको तुरंत राहत मिलेगी।
सरसों के बीजों में कुछ ऐसी प्रॉपर्टीज होती हैं। जो आपकी नर्व्स को शांत करती हैं। यह नर्वस सिस्टम को हील करने के साथ ही नर्व्स को एक्टिव भी बनाती हैं। वहीं दोस्तों अगर आपको सर्दी जुकाम की शिकायत रहती है तो इन बीजों को चबाकर खाएं। यह सीने में कफ की वजह से हुए कंजेशन को भी कम करते हैं।
साथ ही खांसी, जुकाम, फ्लू, गले में दर्द जैसी समस्याओं को ठीक करते हैं। दोस्तों सिर्फ सर्दी जुकाम ही नहीं अगर आपका बुखार कम नहीं हो रहा है तब भी आप सरसों के बीज को चबा सकते हैं। ऐसा करने से शरीर से पसीना निकलेगा, जिससे बुखार धीरे-धीरे कम होने लगता है। साथ ही यह शरीर में मौजूद हानिकारक पदार्थों को भी बाहर निकालता है।
जब आप पीली सरसों का सेवन करते हैं, तो आपका मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है। साथ ही इससे पाचन शक्ति भी दुरुस्त होती है।
पीली सरसों के बीजों में एंटीसेप्टिक, एंटी-फंगल तत्व होने के कारण इम्यूनिटी भी बूस्ट होती है। अगर आप आधा चम्मच भी पीली सरसों का सेवन करते हैं, तो पेट से जुङे रोग जैसे पेट में दर्द, ऐंठन, कब्ज, डायरिया ठीक हो सकता है। क्योंकि इसमें फाइबर होता है, जो कब्ज की परेशानी दूर करता है।
यानि की सिर्फ सरसों का तेल ही नहीं सरसों के बीज भी आपको सेहतमंद बना सकते हैं। सरसों के बीजों से आप छोटी से छोटी और बङी से बङी परेशानियाँ दूर कर सकते हैं। तो अगर आपको सर्दी जुकाम या फिर पेट से जुङी कोई भी परेशानी रहती है तो आप सरसों के बीजों का सेवन कर सकते हैं।
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