प्यार समझकर जिसे निभा रहे हैं, कहीं आपको तोड़ तो नहीं रहा? रिश्ते के ये 5 रेड फ्लैग नजरअंदाज किए तो पछताना पड़ेगा

Relationships Red Flags: प्यार इंसान को कई बार जरूरत से ज्यादा समझौता करना सिखा देता है. हम सामने वाले के व्यवहार को सही ठहराने लगते हैं, यह सोचकर कि वक्त के साथ सब ठीक हो जाएगा. लेकिन रिश्ते में कुछ संकेत ऐसे होते हैं, जिन्हें अगर समय रहते न समझा जाए, तो यह मानसिक शांति और आत्मसम्मान को नुकसान पहुंचा सकते हैं. 

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, रेड फ्लैग हमेशा तेज आवाज में खतरे का संकेत नहीं देते, कई बार ये बेहद चुपचाप रिश्ते को अंदर से खोखला कर देते हैं.

बिना कुछ बुरा कहे आपको छोटा महसूस कराना

अगर आपका पार्टनर आपकी बातों, विचारों या फैसलों को हल्के में लेता है, मजाक उड़ाता है या आपको नासमझ महसूस कराता है, तो यह गंभीर संकेत है. धीरे-धीरे आप खुद पर शक करने लगते हैं और अपनी बात कहने से कतराने लगते हैं. हेल्दी रिश्ता आपको आगे बढ़ने की आजादी देता है, न कि दबाने का काम करता है.

हर बात का दोष आप पर डाल देना

जब भी आप अपनी परेशानी बताएं और जवाब में सामने वाला आपको ही जिम्मेदार ठहरा दे, तो सावधान हो जाएं. हर झगड़े में अगर गलती हमेशा आपकी ही निकाली जाती है, तो यह रिश्ते में असंतुलन का संकेत है. रिश्तों में बहस होना सामान्य है, लेकिन जिम्मेदारी से भागना रेड फ्लैग माना जाता है.

प्यार शर्तों पर मिलने लगे

अगर आपको तभी प्यार और अपनापन महसूस होता है जब आप सामने वाले से सहमत हों या उसकी बात मानें, तो यह रिश्ता स्वस्थ नहीं है. प्यार किसी इनाम की तरह नहीं होना चाहिए. एक्सपर्ट्स मानते हैं कि ऐसा व्यवहार अक्सर कंट्रोल और नार्सिसिस्टिक प्रवृत्ति की ओर इशारा करता है.

आपको धीरे-धीरे अकेला कर देना

पार्टनर अगर आपके दोस्तों, परिवार या आपकी दुनिया से आपको दूर करने लगे, तो यह बेहद खतरनाक संकेत है. शुरुआत में यह केयर या प्यार जैसा लग सकता है, लेकिन समय के साथ आपकी दुनिया सिमटने लगती है. हेल्दी रिश्ता आपकी पहचान और रिश्तों को सम्मान देता है.

हर समय बेचैनी और डर महसूस होना

अगर आप किसी रिश्ते में रहते हुए लगातार घबराहट, डर या बेचैनी महसूस करते हैं, तो यह संकेत है कि कुछ गलत है. हर बात बोलने से पहले सोचना, सामने वाले के मूड को संभालना और गलती हो जाने का डर – ये सब आपके मानसिक स्वास्थ्य पर असर डालते हैं. एक्सपर्ट्स कहते हैं कि शरीर कई बार दिमाग से पहले खतरे को पहचान लेता है.

रेड फ्लैग्स को नजरअंदाज करना क्यों आसान लगता है?

भावनात्मक जुड़ाव के कारण लोग बार-बार खुद को समझाते हैं कि हालात बदल जाएंगे. लेकिन अगर कई कोशिशों और बातचीत के बाद भी चीजें नहीं सुधरतीं, तो ऐसे रिश्ते में बने रहना खुद से समझौता करना होता है.

Shivashakti narayan singh

Recent Posts

Train Accident: शाहजहांपुर रेलवे क्रॉसिंग पर दर्दनाक हादसा: ट्रेन की चपेट में आने से 5 लोगों की दर्दनाक मौत

Train Accident: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर इलाके में एक भीषण ट्रेन हादसे में 2 बच्चों…

Last Updated: December 25, 2025 09:17:10 IST

Charlie Chaplin: क्यों US ने निकाल दिया था अपने देश से? नेहरू के साथ कैसे मरते-मरते बचे थे चार्ली चैपलिन; पढ़ें एक्टर की Inside Story

Charlie Chaplin Death Anniversary: : अपनी मूक फिल्मों के जरिये चार्ली चैपलिन (Charlie Chaplin) ने…

Last Updated: December 25, 2025 09:12:30 IST

सुपौल में समलैंगिक विवाह से हलचल: त्रिवेणीगंज में दो युवतियों ने मंदिर में रचाई शादी, वीडियो वायरल

बिहार के त्रिवेणीगंज के सुपौल में दो महिलाओं ने आपस में शादी कर ली. दोनों…

Last Updated: December 25, 2025 08:46:48 IST

Drinks for Fatty Liver: फैटी लिवर को डैमेज से बचाती हैं ये 3 ड्रिंक्स, डॉक्टर सौरभ सेठी से जानें जादुई असर

Drinks for Fatty Liver: आज के समय में खराब खानपान के कारण फैटी लिवर की…

Last Updated: December 25, 2025 08:08:11 IST

कपिल शर्मा की बढ़ी मुश्किलें, कॉपीराइट उल्लंघन मामले में बॉम्बे हाई कोर्ट ने दो सप्ताह का मांगा समय

कपिल शर्मा शो को लेकर कॉमेडियन कपिल शर्मा की मुश्किलें बढ़ गई हैं. बॉम्बे हाईकोर्ट…

Last Updated: December 25, 2025 07:05:06 IST

Basant Panchami 2026 Date & Muhurat: इस दिन होगी मां सरस्वती की पूजा, जानें सही समय और बेहद खास उपाय

Basant Panchami 2026 Date: ज्ञान, बुद्धि और विवेक पाने के लिए देवी सरस्वती की पूजा…

Last Updated: December 25, 2025 06:42:48 IST