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Advantages and Disadvantages of Kantola : आयुर्वेद में हरी सब्जियों मे कंटोला ककोड़े सबसे ज्यादा ताकत देने वाली सब्जी कहा गया है। यदि इस सब्जी को अपनी नियमित डाइट में शामिल किया जाए तो व्यक्ति का शरीर कुछ ही दिन जबरदस्त तंदुरुस्त हो जाता है। यह सब्जी खाने से शरीर को ऊर्जा मिलती है। इससे स्किन डिसीज समेत कई बीमारियों से बचाव होता है।
कंटोला ककोड़े मीठा करेला भी कहते हैं। करेले की तरह दिखाई देने वाली कंटोला की सब्जी सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है। कुछ लोग इसे ककोरा के नाम से भी जानते हैं। यह सब्जी कई बीमारियों से बचाती है। इस सब्जी को खाने से स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याएं दूर होती हैं।
इस सब्जी की एक और खास बात ये है कि यह बहुत जल्दी अपना असर दिखाती है। तो आइये जानते हैं ककोरा स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याएं दूर कैसे कर लाभ पहुंचाएं और ककोरा के नुकसान क्या है।
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कंटोला को कम कैलोरी वाली सब्जी माना जाता है। ऐसे में यह शरीर के अतिरिक्त फैट को कम करने में मददगार होती है। इसलिए इसे अपनी मानसून डाइट में जरूर शामिल करें।
गर्भावस्था के दौरान, कई महत्वपूर्ण स्थितियां पैदा हो सकती हैं। उनमें से एक समस्या है न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट्स। कंटोला की ताजा हरी फली विटामिन B,C का अच्छा स्रोत है, जो कोशिकाओं के विकास और प्रजनन के लिए आवश्यक होता है। यदि गर्भवती महिलाएं, गर्भावस्था के दौरान अपने भोजन में कंटोला को शामिल करती है तो यह न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट्स होने की सम्भावना कम हो जाती है।
ताजा कंटोला के रस को त्वचा पर लगाने से पिंपल्स और मुंहासे ठीक हो जाते हैं। इसके अलावा एक्जिमा और त्वचा की अन्य समस्याओं के लिए इसके भुने हुए बीज फायदेमंद होते हैं।
कैंसर के कारणों में से एक हैं हमारे शरीर में अत्यधिक विषाक्त मुक्त कणों की मौजूदगी होना। कद्दू की ताजी हरी फली विटामिन सी का स्रोत होती है, जो स्वयं में एक बहुत ही अच्छी प्राकृतिक एंटीआॅक्सिडेंट होती है। कैंसर की संभावना को कम करने के लिए विटामिन सी हमारे शरीर से अधिक विषैले मुक्त कणों को बेअसर करता है।
कंटोला में बीटा-कैरोटीन, अल्फा-कैरोटीन, ल्यूटेन और जेक्सैंथिन्स जैसे फ्लेवोनोइड्स पाए जाते हैं। ये सभी यौगिक आपकी बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम करने में मदद करता है। यह आपकी त्वचा को स्वस्थ रखने में आपकी सहायता करता है। इसके अलावा यह विभिन्न प्रकार के त्वचा रोगों से भी शरीर को स्वस्थ रखता है।
इसमें विटामिन ए भी पाया जाता है, जो कि अच्छी नजर के लिए बहुत ही आवश्यक होता है। आप अपनी दृष्टि में सुधार करने के लिए इसे अपने भोजन में शामिल कर सकते हैं। इसका सेवन आपकी आँखों के साथ साथ आपके शरीर के लिए भी लाभकारी होता है।
उच्च रक्तचाप वाले लोगों के लिए कंटोला काफी फायदेमंद हो सकती है। हेल्थ बेनिफिट्सटाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक ताजा कंटोला सब्जी का जूस पीने से हाई ब्लड प्रेशर को संतुलित करने में मददगार होता है।
कुछ मिनटों के लिए पानी में कंटोला बेल के पत्ते उबालें। कंटोला के बेल के पानी में 1 टेस्पून कच्चा शहद मिलाएं और इसका सेवन करें। वायरल बुखार के इलाज के लिए आप इस मिश्रण को पी सकते हैं।
कोहरे और वायु प्रदूषण के कारण, श्वास लेने की समस्या तेजी से बढ़ रही है। श्वास की समस्याओं का इलाज करने के लिए आप इसका सेवन कर सकते हैं। 250-500 मिलीग्राम कंटोला रूट पाउडर को 1 चम्मच अदरक का रस और 1 बड़ा चम्मच शहद मिलाकर सेवन करें। इसे किसी भी तरह की श्वास लेने की समस्या में तुरंत राहत मिलती है।
बवासीर की बीमारी में, आप बवासीर से राहत पाने के लिए औषधि के रूप में कंटोला का उपयोग कर सकते हैं। कंटोला का पाउडर तैयार करें। बवासीर का इलाज करने के लिए एक दिन में दो बार 5 ग्राम कंटोला पाउडर और 5 ग्राम चीनी को मिक्स करके लें।
खांसी एक आम समस्या है जो अचानक बदली जलवायु और वायरस और बैक्टीरिया के कारण बच्चों और वयस्कों में देखी जाती है। यदि आप खाँसी से पीड़ित हैं, तो आप खांसी को नियंत्रित करने के लिए पानी के साथ एक दिन में तीन बार 3 ग्राम कंटोला पाउडर ले सकते हैं।
यदि कोई व्यक्ति गुर्दे की पथरी से पीड़ित है, तो वह कंटोला का उपयोग करके गुर्दे की पथरी से राहत पा सकते हैं। एक गिलास दूध या पानी में 10 ग्राम कंटोला पाउडर मिलाएं और गुर्दे और मूत्राशय की की पथरी को निकालने के लिए रोजाना पिएं।
इसमें फाइबर होते हैं जो पाचन को उत्तेजित करने में मदद करते हैं। यह अपच और कब्ज की समस्या का इलाज करने में मदद करता है। इसलिए अगर आप अपना पाचन बेहतर रखना चाहते हैं तो कंटोला का सेवन शुरू कर दें।
यदि आपको अधिक पसीना आने की समस्या से शर्म महसूस हो रहा है, तो आप हाइपरहाइड्रोसिस से राहत पाने के लिए कंटोला का उपयोग कर सकते हैं। कंटोला पाउडर के साथ स्नान करें। इसे प्राकृतिक स्क्रब के रूप में प्रयोग करें। इससे अतिरिक्त खराब गंध और पसीना आना भी कम हो जाएगा। इसके अलावा इससे आपको चिकनी त्वचा भी मिल जाएगी।
मानसून का समय अक्सर लोगों को बुखार, सर्दी और खांसी आदि के रूप में आम वायरल संक्रमण हो जाता है। ऐसे में आप इस संक्रमण को रोकने के लिए कंटोला का सेवन कर सकते हैं।
Advantages and Disadvantages of Kantola
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