इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
इसमें कैटेचिन्स नामक तत्व होता है, जो इम्यून सिस्टम को बूस्ट करता है। इम्यूनिटी बूस्ट होने से शरीर आक्सीडेंट्स से होने वाले नुकसान से बचा रहता है। इम्यून सिस्टम मजबूत होती है, तो आप कई आटोम्यून्यून बीमारियों से बचे रहते हैं।
green tea benefits
इसमें काफी मात्रा में एंटीआक्सीडेंट होता है, जो पाचन क्रिया को मजबूत करता है। कैटेचिन्स पाचन एंजाइम की क्रिया को धीमा करता है, जिससे आंत सभी कैलोरी को अवशोषित नहीं करती। इस तरीके से वजन भी नहीं बढ़ता है। ग्रीन टी में विटामिन-बी, सी और ई काफी होता है। ये पाचन शक्ति को मजबूत बनाते हैं। पेट से संबंधित कई तरह के कैंसर के होने के खतरे को भी कम करती है ग्रीन टी।
पॉलीफेनॉल जैसे कैटेचिन्स कैंसर होने की संभावना को काफी हद तक कम कर देता है। कैटेचिन्स अन्य पॉलीफेनॉल्स के साथ मिलकर मुक्त कणों से लड़ता है। कोशिकाओं को डीएनए से होने वाले नुकसानों से बचाए रखता है। चूंकि, पॉलीफेनॉल इम्यून सिस्टम दुरुस्त करता है, इसलिए आप कई तरह के गंभीर रोगों से बचे रहते हैं। लंग, स्किन, ब्रेस्ट, लिवर, पेट और आंतों में होने वाले कैंसर से ग्रीन टी सुरक्षा प्रदान करती है। ग्रीन टी में मौजूद कई घटक और तत्व कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकते हैं।
जिन लोगों को उच्च रक्तचाप है, उन्हें प्रतिदिन तीन-चार कप ग्रीन टी का सेवन करना चाहिए। इससे हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। इसमें मौजूद एंटीआक्सीडेंट सूजन कम करके रक्तचाप को कम करता है। ऐसा नहीं कि लो ब्लड प्रेशर वाले इसका सेवन नहीं कर सकते हैं। निम्न रक्तचाप के मरीज भी जब इसका नियमित सेवन करेंगे, तो उनमें कोरोनरी हार्ट डिजीज और हार्ट अटैक होने का खतरा कम हो सकता है।
एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि ग्रीन टी में मौजूद पॉलीफेनॉल्स जैसे तत्व मानसिक समस्याओं जैसे चिंता, तनाव, अवसाद आदि की समस्या को भी कम करने के लिए फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद कैफीन भी तनाव का इलाज कर सकता है। यदि आपको चिंता, तनाव अधिक रहता है, तो प्रतिदिन तीन से चार कप ग्रीन टी पिएं, लाभ होगा।
यदि आप रात-दिन अपना वजन कम करने की कोशिश में लगे हुए हैं, तो ग्रीन टी पीना शुरू कर दें। ग्रीन टी एक ऐसी चाय है, जिसके फायदों में वजन कम करना भी शामिल है। इसमें काफी मात्रा में एंटीआक्सीडेंट होता है, जो मेटाबॉलिज्म को बेहतर करके वजन कम करने में मदद करता है। इसमें कुछ ऐसे एक्टिव यौगिक होते हैं, जो फैट बर्निंग हॉर्मोन को प्रभावित करते हैं। प्रतिदिन ग्रीन टी के सेवन से कैलोरी भी कम होती है।
मुंह के संक्रमण या मुंह से संबंधित किसी भी अन्य समस्या से बचने के लिए पिएं ग्रीन टी। एक अध्ययन के अनुसार, मसूड़े से संबंधित बीमारी पेरियोडोंटल को दूर करने के लिए सबसे बेहतरीन उपचार है। यह दांतों पर जमीं बैक्टीरियल प्लाक को नियंत्रित करती है। इसमें मौजूद पॉलीफेनॉल्स मीठा खाने के बाद मुंह में हानिकारक बैक्टीरिया को नहीं बनने देता।
अर्थराइटिस का इलाज
अर्थराइटिस की समस्या हड्डियों से संबंधित है। यदि आप चाहते हैं कि ये रोग आपको ना होत तो ग्रीन टी पिएं। इसमें मौजूद एंटीआक्सीडेंट अर्थराइटिस होने से रोकते हैं। आप सूजन और अर्थराइटिस में होने वाले दर्द से भी बचे रहते हैं। ग्रीन टी साथ ही हड्डियों की सेहत को दुरुस्त बनाए रखती है, जिससे आप आस्टिओअर्थइराइटिस से भी बचे रहते हैं।
डायबिटीज से बचाए ग्रीन टी
ग्रीन टी डायबिटीज के रोगियों को भी पीनी चाहिए। यह डायबिटीज के प्रभाव को कम करती है। इसके नियमित सेवन से आप डायबिटीज से बचे रह सकते हैं। पॉलीफेनॉल्स शरीर में ग्लूकोज लेवल को संतुलित करते हैं। एक शोध की मानें, तो जो लोग एक दिन में लगभग 5-6 कप ग्रीन टी पीते हैं, उनमें टाइप-2 डायबिटीज होने का खतरा काफी कम हो जाता है। वैसे, इतनी मात्रा में ग्रीन टी पीना सही है या गलत, इस बारे में डायटिशियन से जरूर सलाह ले