संबंधित खबरें
मातम में बदलीं खुशियां, नाचते- नाचते ऐसा क्या हुआ शादी से पहले उठी…
नाइजीरिया में क्यों पीएम मोदी को दी गई 'चाबी'? क्या है इसका महत्व, तस्वीरें हो रही वायरल
Stray Dogs: बिलासपुर में आंवारा कुत्तों का आतंक, लॉ छात्रा पर किया हमला
छत्तीसगढ़ में इंडिगो फ्लाइट को मिली धमकी, इमरजेंसी हुई लैंडिग
ऑटो में बैठी थी महिला तभी पीठ पर किसी ने फेरा हाथ, पीछे मुड़ी तो कांप गई रूह, देखें सबसे डरावने 5 मिनट की झलक
खिचड़ी बनी जानलेवा, मौत से पटना में लोगों का रो रो कर हुआ बुरा हाल
India News (इंडिया न्यूज़), Health Tips : कोरोना तो खत्म हो गया है लेकिन उसका असर अब भी दिखाई दें रहा है। कोरोना की वजह से लाखों लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी। वहीं कोरोना का सबसे ज्यादा प्रभाव लोगों के लिवर पर पड़ा है, इसकी वजह से फफड़े कमजोर हो रहे है। जिससे सांस लेने में परेशानी हो रही है। अब भी कोई न कोई समस्या हो रही है उनमें से सबसे बड़ी है खांसी।
बता दें कि हिन्दूस्तान के पेपर के अनुसार यह बताया गया कि पिछले एक महिने में कानपुर के हैलेट अस्पताल 1100 से ज्यादा मरीज भर्ती हुए वह सभी वायरल बुखार से पीड़ित थे साथ ही खांसी से भी। आधे से ज्यादा मरीज तो खांसी पीड़ित है। वहीं मेडिसिन विभाग ने बताया है कि इन सभी मरीजों की जब जांच कि गई तो पचा चला कि यह सभी ही कोरोना से संक्रमित थे। कोरोना ने इन के फफड़ो को कमजोर कर दिया है जिसकी वजह से इन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही है और इन्हें खांसी आ रही है।
वहीं हैलेट अस्पताल के ओपीडी में महीनेभर में करीब दो हजार मरीज ऐसे है जिनकी 5,6 दिन के अंदर ही तबीयत ठीक हो गई लेकिन खांसी पीछा नहीं छोड़ रही है। बता दें कि खांसी को ठीक होने में तकरीबन दो से तीन महिने लग पहे है। वहीं कुछ में तो महीनेभर का समय लगने के बाद भी खांसी पूरी तरह से ठीक नहीं हो रही है।
वायरल बुखार कि वजह से लोगों के शरीर में अलग-अलग हिस्सों में दर्द हो रहा है। बता दें कि जोड़ो के दर्द से लेकर पीठ, कंधे और बांह के दर्द के मरीज आ रहे है। वहीं ऐसी परेशानी वालें मरीजों की उम्र 35 से 50 कि है।ॉ
Also Read :
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.