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India News (इंडिया न्यूज) MP Mandla Constituency: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीख तय कर दी गई है। सारी पार्टियां रण के मैदान में उतर चुकी है। 230 विधानसभा सीटों के लिए 17 नवंबर को वोटिंग होनी है। जिसका रिजल्ट 3 दिसंबर को जारी किया जाएगा। ऐसे में हमारे लिए मध्यप्रदेश की राजनीतिक इतिहास को जानना जरुरी है। आज हम मध्य प्रदेश के मंडला जिला के बारे में जानेंगे।
मंडला प्रदेश के पूर्वी भाग में बसा है। जिसके अंदर तीन विधानसभा सीटें आती है। ये सभी सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है। इन तीन सीटों में से केवल एक सीट पर बीजेपी काबिज है। अगर पीछले विधानसभा चुनाव (2018) की बात करें तो प्रदेश की दो मुख्य पार्टीयां बीजेपी और कांग्रेस दोनों को गोंडवाणा गणतंत्र पार्टी ने कड़ी टक्कर दी थी। बीजेपी के प्रत्याशी देव सिंह सैयाम ने 88,873 वोटें हासिल की थी। वहीं कांग्रेस उम्मीदवार प्रोफेसर संजीव छोटेलाल उइके ने 76,668 वोट बिटोरे थें। इनके अलावा गणतंत्र गोंडवाणा पार्टी के प्रत्याशी किशन लाल उइके ने 16,746 वोट पाकर मुकाबले को रोमांचक बना दिया था।
साल 2018 में मंडला विधानसभा में कुल 2,42,599 वोटर्स का नाम दर्ज था। जिसमें से 1,22,904 पुरुष तो वहीं 1,19,694 महिला वोटर्स की संख्या थी। जिसमें 1,89,549 लोगों ने वोट डाले थें। यहां लगभग 80 प्रतिशत वोटिंग की गई थीं। जिसमें से 3,642 यानी लगभग 1.5 प्रतिशत वोट NOTA के लिए डाले गए थें। इस सीट की राजनीतिख इतिहास की बात करें तो साल 1990 से अब तक 7 बार चुनाव किए गए। जिसमें 4 बार कांग्रेस तो वहीं 3 बार बीजेपी को जीत मिली।
कांग्रेस ने 1990, 1993 और 1998 में जीत की हैट्रिक लगाई थी। वहीं 2003 और 2008 में बीजेपी सत्ता में रही। जिसके बाद 2013 में बीजेपी को हराकर कांग्रेस ने सत्ता वापस हासिल किया। वहीं आखिरी विधासभा चुनाव साल 2018 में बीजेपी को एक बार फिर से जीत मिली थी। बता दें कि मंडला विधानसभा सीट अनुसूचित जनजाति रिजर्व जरूर है लेकिन यहां पर सामान्य वर्ग के मतदाताओं की संख्या ज्यादा है। इनके अलावा मुस्लिम मतादाता भी अच्छी संख्या में हैं। ऐसे में इस साल यह देखना काफी रोमांचक होगा कि क्या बीजेपी अपने सीट को बचा पाती है या फिर एक बार कांग्रेस दंगल में जीत जाएगी।
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