India News,(इंडिया न्यूज),वैभव गुप्ता, MP Assembley Elections 2023 : सत्ता का नशा ही ऐसा होता है जो छोड़े से नहीं छूटता है, जो पद पर है कि उसे बड़ा पद चाहिए, और जो पद पर नहीं है उसे पद चाहिए। मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए प्रत्याशी चयन बीजेपी के लिए मुसीबत का सबब बन गया है।
इसका कारण है भाजपा के वे नेता जो अब तक टिकट की उम्मीद लगाकर बैठे थे, लेकिन अब उनकी उम्मीदें टूट चुकी है। इन्हीं टूटी उम्मीदों को लेकर एक फिर से जोड़ने के लिए इन नेताओं ने बगावती शुरु दिखाने शुरु कर दिए हैं। जो अनुशासन का पाठ पढ़ाने वाली भाजपा का खुलेआम अनुशासन तोड़ने में लगे हुए हैं।
विधानसभा चूनावों को लेकर मध्यप्रदेश में आचार संहिता लग चुकी है। लेकिन भाजपा ने आचार सहिंता लगने से पहले ही तीन सूचियों में 79 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया था, और चौथी सूची में 57 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है। भाजपा के इसी ऐलान ने पार्टी विद डिफरेंस का नारा देने वाले बीजेपी के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है।
साढ़े 18 साल से मध्यप्रदेश की सत्ता पर काबिज भाजपा के लिए दरी से लेकर, झंडा उठाने वाले कार्यकर्ता और पार्टी के मेहनती कार्यकर्ताओं की मेहनत का फायदा उठाकर विधायक से लेकर मंत्री या फिर किसी आयोग का सदस्य बनकर सत्ता का मजा लेने वाले नेताओं से सत्ता का नशा उतरने का नाम हीं नहीं ले रहा है। दरअसल विधानसभा चुनाव 2023 के लिए भाजपा का टिकट न मिलने से नाराज नेताओं की लिस्ट लंबी होती जा रही है, और इन नेताओं के बगावती शुरु भी बढ़ते जा रहे हैं।
भाजपा ने अपनी पहली और दूसरी सूची में क्रमश 39,39 नामों की घोषणा की थी। इसके बाद तीसरी सूची में भाजपा ने 1 और चौथी सूची में 57 के नामों की घोषणा की थी। दूसरी सूची में भाजपा ने चुनावी में मैदान में केंद्रीय मंत्री और मप्र चुनाव अभियान समिति के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल, राष्ट्रीय महासचिव सहित कई सांसदों को टिकट देकर कांग्रेस के साथ ही भाजपा के कार्यकर्ताओं को चौंका दिया था।
इस लिस्ट के आने के बाद दिमनी, सतना, इंदौर एक, जबलपुर पश्चिम, जैसी सीटों से चुनावी तैयारी कर रहे नेताओं के अरमानों पर केंद्रीय नेतृत्व के इस फैसले ने पानी फेर दिया। अलग विंध्य प्रदेश की मांग को लेकर भाजपा पर दबाव बनाने वाले मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी लंबे समय से बगावती सुर अपनाएं हुए हैं।
तीसरी सूची में भाजपा ने अमरवाड़ा से पूर्व मंत्री और गोंडवाना गणतंत्र समिति के संस्थापक स्वर्गीय मनमोहन शाह बट्टी की बेटी मोनिका बट्टी को टीकट दिया है, यहां से भाजपा के नेता मोनिका को लेकर बगावती करते हुए नजर आ रहे हैं। बीजेपी के नेता मनमोहन शाह बट्टी को सनातन विरोधी बताकर उनकी बेटी की उम्मीदवारी का विरोध कर रहे हैं।
मनमोहन शाह बट्टी बीते विधानसभा चुनाव में गोंडवाना पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर दूसरे स्थान पर थे, और बीजेपी तीसरे स्थान पर थी, साल 2020 में मनमोहन शाह बट्टी के निधन के बाद से उनकी बेटी राजनीति में सक्रिय हुईं, और इस बार बीजेपी की तरफ़ से मैदान में है।
ये भी पढ़े
Get Current Updates on News India, India News, News India sports, News India Health along with News India Entertainment, India Lok Sabha Election and Headlines from India and around the world.