होम / Manipur Violence: मणिपुर में ताबड़तोड़ फायरिंग, मची अफरा-तफरी; तस्वीरें देख दहल जाएंगे आप

Manipur Violence: मणिपुर में ताबड़तोड़ फायरिंग, मची अफरा-तफरी; तस्वीरें देख दहल जाएंगे आप

Rajesh kumar • LAST UPDATED : January 31, 2024, 8:23 am IST

India News (इंडिया न्यूज़), Manipur violence: मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़क उठी है। मंगलवार (30 जनवरी) को वहां भारी गोलीबारी हुई थी। उपद्रव के दौरान दो लोगों की मौत हो गई है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पूर्व युवा अध्यक्ष समेत पांच लोगों के घायल होने की खबर है। पुलिस सूत्रों की मानें तो मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गोलीबारी मंगलवार (30 जनवरी) दोपहर करीब 2।30 बजे शुरू हुई और कई घंटों तक जारी रही। दोनों मृतकों की पहचान 33 वर्षीय नोंगथोम्बम माइकल और 25 वर्षीय मीसनाम खाबा के रूप में की गई है। उनके पार्थिव शरीर को 30 जनवरी की शाम को क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान संस्थान ले जाया गया।

मणिपुर के किस भाग में हिंसा भड़की?

पुलिस सूत्रों ने बताया कि गोलीबारी मणिपुर के इंफाल पश्चिम जिले के कौत्रुक गांव में हुई। गोलीबारी की घटना के बाद कम से कम एक व्यक्ति के लापता होने की भी खबर है। इस हिंसा में बीजेपी की युवा शाखा भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) के पूर्व अध्यक्ष मनोहरमयुम बारिश शर्मा गोली लगने से घायल हो गए हैं। उन्हें अस्पताल ले जाया गया है।

मणिपुर पुलिस का क्या कहना है?

मणिपुर पुलिस ने अपने ऑफिशियल हैंडल पर पोस्ट कर इस घटना की जानकारी दी है। बताया जाता है कि इम्फाल पश्चिम और कांगपोकपी जिले की सीमा पर दो समुदायों के ग्रामीणों के बीच गोलीबारी हुई। ताजा हिंसा के बाद इम्फाल घाटी के कदंगबंद, कौत्रुक और कांगचुप गांवों से लोगों के जान बचाकर भागने की भी खबरें आ रही हैं। मंगलवार की घटना इंफाल और कांगपोकपी जिलों के बीच एक क्षेत्र में दो सशस्त्र समूहों के बीच गोलीबारी में एक ग्रामीण की मौत के ठीक दो दिन बाद हुई है।

एक माह में नौ लोगों की हुई मौत

मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले एक महीने में मणिपुर में भड़की हिंसा में कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों में हिंसा प्रभावित इलाकों में तैनात दो पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं। पिछले साल 3 मई 2022 को राज्य में शुरू हुई हिंसा में 180 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और 3000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इस हिंसा के कारण हजारों लोग विस्थापित भी हुए हैं। राज्य में कम से कम 60,000 केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती के बावजूद आठ महीने से अधिक समय से हिंसा जारी है।

यह भी पढ़ेंः-

Get Current Updates on News India, India News, News India sports, News India Health along with News India Entertainment, India Lok Sabha Election and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT