India News (इंडिया न्यूज़), Ajay Rai, Korba: कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे, इसके लिए प्रदेश सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। शासकीय स्कूलों में जहां बिना फीस के बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, वहीं निजी व शासकीय स्कूलों में हाईस्कूल तक की पढ़ाई करने वाले बच्चों को मुफ्त पाठ्य सामाग्री वितरित किया जा रहा है। इस योजना पर विभागीय अमला ही बट्टा लगाने में तुला है। स्कूलों में छात्र छात्राओं को बांटी जाने वाली पुस्तकें कबाड़ दुकान पहुंच रही है। ऐसे में सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि बच्चे अपना भविष्य कैसे गढ़ेंगे।
स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को पुस्तक वितरण के नाम पर चल रहे गड़बड़झाला का खुलासा उस वक्त हुआ। जब कोरकोमा झगरहा मार्ग स्थित भुलसीडीह स्थित वनोपज जांच बेरियर में एक छोटे मालवाहक वाहन की जांच पड़ताल की गई।
दरअसल प्रतिदिन की तरह रविवार की रात नाका प्रभारी अमरिका प्रसाद यादव, वनकर्मी गुरूवेंद्र कुर्रे व चौकीदार भीषम सिंह बेरियर में तैनात थे। वे वाहनों की जांच पड़ताल कर वाहनों को बेरियर से रवाना कर रहे थे। इसी दौरान मालवाहक ऑटो (छोटा हाथी ) क्रमांक सीजी 12 एपी 9257 मौके पर पहुंचा जिस पर तिरपाल ढंका हुआ था। जब वन कर्मियों ने तिरपाल खोलकर वाहन की जांच की तो तो उनकी आंखें फटी की फटी रह गई।
मालवाहक ऑटो स्कूली पुस्तकों से भरी ब हुई थी। जिसमें अलग अलग कक्षा के के विभिन्न विषय से संबंधित पुस्तक शामिल थे। वन कर्मियों ने चालक से पूछताछ की तो उसने अपना नाम राकेश मरावी बताया जो की समीप ही स्थित ग्राम झगरहा में कबाड़ दुकान का संचालन करता है। जो की दुरस्त ग्राम कुदमुरा और कोरकोमा के विद्यालय से यह पुस्तक लाना बताया। फिलहाल इस घटना की जानकारी वन कर्मियों ने संबधित अधिकारियों को दे दी है।